सूरत : डायमंड और लक्ष्मी टेक्सटाइल पार्क के लिए अलग उप-विभागीय बिजली कार्यालय की मांग

सचिन औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ते बिजली भार और कर्मचारियों की कमी से उद्योगों को परेशानी

सूरत : डायमंड और लक्ष्मी टेक्सटाइल पार्क के लिए अलग उप-विभागीय बिजली कार्यालय की मांग

सूरत । दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी (डी.जी.वी.सी.एल.) के सचिन उप-विभाग कार्यालय-1 से डायमंड और लक्ष्मी टेक्सटाइल पार्क को अलग कर नया उप-विभागीय कार्यालय शुरू करने की मांग तेज हो गई है। इस संदर्भ में सचिन इंडस्ट्रीयल कॉ. ऑ. सोसायटी लिमिटेड के अध्यक्ष परेश पटेल और सेक्रेटरी मयूर गोलवाला ने दक्षिण गुजराता बिजली कंपनी के एमडी को ज्ञापन दिया है। 

डीजीवीसीएल के एमडी को दिए गए ज्ञापन में अध्यक्ष किशोर पटेल और सेक्रेटरी मयूर गोलवाला ने कहा कि सचिन जीआईडीसी में लगभग 2250 भूखंडधारक हैं, जिनका क्षेत्रफल करीब 60 किलोमीटर के वृत्ताकार क्षेत्र में फैला है। यहां पिछले पांच वर्षों में बिजली की मांग और खपत कई गुना बढ़ गई है।

जानकारी के अनुसार, पहले सचिन जीआईडीसी के 2250 प्लॉट धारकों का कार्यभार सचिन सब-डिवीजन ऑफिस-1 संभाल रहा था, जहाँ कुल 27 कर्मचारी (1 उप अभियंता, 2 कनिष्ठ अभियंता और तकनीकी/गैर-तकनीकी स्टाफ) कार्यरत थे। लेकिन अब डायमंड और लक्ष्मी टेक्सटाइल पार्क में करीब 2500 अतिरिक्त भूखंड विकसित हो चुके हैं, मशीनरी स्थापित है और बड़ी मात्रा में बिजली की खपत हो रही है। इसके बावजूद कर्मचारियों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

वर्तमान में क्षेत्र में 5 सब-स्टेशन और 105 फीडर सक्रिय हैं, जबकि पहले केवल 4 सब-स्टेशन और 55 फीडर थे। फीडरों में खराबी आने पर मरम्मत कार्य में देरी होती है और उद्योगों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है।

हाल ही का उदाहरण 16 सितंबर का है, जब फीडर क्रमांक 6-सी की भूमिगत केबल खराब होने से डायमंड पार्क का संचालन प्रभावित हुआ और पूरे सचिन जीआईडीसी के उद्योगों को कई घंटों तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ा।

औद्योगिक संघों का कहना है कि जिस प्रकार होज़ीवाला औद्योगिक क्षेत्र को पहले सचिन से अलग किया गया था, उसी तरह डायमंड और लक्ष्मी टेक्सटाइल पार्क को भी अलग कर देना चाहिए। नया उप-विभागीय कार्यालय बनने से उद्योगों को समय पर सेवा और समाधान मिल सकेगा।

Tags: Surat