सूरत : 'टेक्नो टॉक कन्वेंशन 2025' का भव्य समापन: एआई और मानव का सह-अस्तित्व बना रहेगा
विशेषज्ञों ने कहा- 'एआई से काम आसान होगा, नौकरियाँ नहीं जाएँगी'; केवल वही ब्रांड जीवित रह सकता है जो समय के साथ बदलता है: निखिल मद्रासी
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘टेक्नो टॉक कन्वेंशन 2025’ का समापन 20 सितंबर को सरसाणा स्थित एसआईईसीसी के प्लेटिनम हॉल में हुआ। “अगली पीढ़ी, अगली प्रथाओं को अपनाना” विषय पर आधारित इस सम्मेलन में आईटी और एआई जगत के अग्रणी विशेषज्ञों ने सूरत के एमएसएमई उद्यमियों, पेशेवरों और छात्रों को नई तकनीकों के प्रयोग व भविष्य की संभावनाओं पर मार्गदर्शन दिया।
चैंबर अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि “केवल वही ब्रांड और संगठन जीवित रहते हैं जो समय के साथ बदलते हैं। परिवर्तन को अपनाना ही सफलता का मूल मंत्र है।”
सम्मेलन में कई विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए माइक्रोसॉफ्ट के टेक सेल्स और पार्टनर सीटीओ निदेशक संजीव शर्मा ने कहा कि यह केवल भारत का दशक नहीं, बल्कि भारत की सदी है। “एआई काम का बोझ कम करेगा, नौकरियाँ नहीं। भारत तकनीक के लिए दुनिया का सबसे रोमांचक बाज़ार है।”
आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया की रेणुका कुलकर्णी ने कहा कि उद्योग 4.0 अब विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि हजीरा संयंत्र में तकनीक से उत्पादन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया है।
ट्रैज़िक्स के सीडीओ चंद्रशेखर वेलगापुडी ने कहा कि 90% स्टार्टअप असफल होते हैं, जिनमें से 42% बाजार की कमी के कारण विफल होते हैं। उन्होंने सक्रिय शासन उपायों से परियोजना सफलता के सूत्र बताए।
एसएपी इंडिया के निदेशक संजय के.वी. ने कहा कि एआई मनुष्यों की जगह नहीं लेगा बल्कि सह-अस्तित्व में रहेगा। उन्होंने भारत के लिए हाल ही में लॉन्च हुए SAP Sovereign Cloud का परिचय कराया।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रौद्योगिकी उपाध्यक्ष संजय चव्हाण ने ‘डिजिटल परिवर्तन’ पर बोलते हुए कंपनी में आंतरिक तकनीकी विकास और क्लाउड ट्रांसफॉर्मेशन के अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर चैंबर उपाध्यक्ष अशोकभाई जीरावाला, मानद मंत्री बिजल जरीवाला, आईटी एवं संचार समिति के सलाहकार हरेश कलकत्तावाला, तथा समूह अध्यक्ष बशीर मंसूरी (जिन्होंने धन्यवाद ज्ञापन दिया) उपस्थित रहे।