सूरत : कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर चैंबर ऑफ कॉमर्स का जागरूकता सत्र
पीओएसएच प्रमाणित प्रशिक्षक आशु मनचंदा ने दी विस्तृत जानकारी, कर्मचारियों और संगठनों को अपनी जिम्मेदारियां समझने पर जोर
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम (Prevention of Sexual Harassment - POSH) विषय पर एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में पीओएसएच प्रमाणित कॉर्पोरेट प्रशिक्षक सुश्री आशु मनचंदा ने कर्मचारियों और संगठनों के लिए इस संवेदनशील मुद्दे पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
चैंबर के उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला ने स्वागत भाषण में कहा कि पेशेवर प्रगति तभी संभव है जब कर्मचारी और संगठन मिलकर कार्यस्थल पर सकारात्मक वातावरण बनाते हैं। उन्होंने बताया कि चैंबर ऐसे सत्रों के माध्यम से सदस्यों और संगठनों में ज़िम्मेदारी और समझ को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है।
अपने प्रस्तुतीकरण में सुश्री आशु मनचंदा ने कहा कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकने के लिए व्यवस्थित नीति, जागरूकता और शिकायत निवारण प्रणाली बेहद आवश्यक है। प्रत्येक कर्मचारी को अपनी ज़िम्मेदारियों को समझना चाहिए और संगठन को सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के विभिन्न रूपों, कानूनी प्रावधानों, कंपनियों की भूमिका और कर्मचारियों के अधिकारों व कर्तव्यों पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में चैंबर के पूर्व अध्यक्ष विजय मेवावाला, मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी, समूह अध्यक्ष डॉ. अनिल सरावगी और कई सदस्य उपस्थित थे। कौशल विकास समिति के अध्यक्ष चिराग देसाई ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की, जबकि समिति सदस्य रहमान खान ने संचालन किया।
सत्र के अंत में प्रतिभागियों ने प्रश्न पूछे, जिनका वक्ताओं ने संतोषजनक उत्तर दिया। कार्यक्रम का समापन आपसी संवाद और सुरक्षित कार्यस्थल वातावरण को लेकर संकल्प के साथ हुआ।