सूरत : दुबई से संचालित सोना तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, मास्टरमाइंड सूरत की महिला
मेटल डिटेक्टर से बचने के लिए सोने को पिघलाकर उसमें एक्वा रेजिया नामक रसायन मिलाते थे
सूरत। सूरत एसओजी ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय सोना तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से आए जौहरी भाविक कटारिया (22, निवासी डभोली, सूरत) को रेलवे स्टेशन के पास दबोचा। उसके ट्रॉली बैग से 239.5 ग्राम सोने का पेस्ट जब्त हुआ, जिसकी कीमत 26.34 लाख रुपये आंकी गई है।
आरोपियों ने मेटल डिटेक्टर से बचने के लिए सोने को पहले पिघलाकर तरल पदार्थ में बदला और उसमें एक्वा रेजिया नामक रसायन मिलाया। इसके बाद ट्रैवल बैग की परतों के बीच इस मिश्रण को छिपाया गया। यही कारण था कि एयरपोर्ट पर हुई चेकिंग में यह पकड़ में नहीं आया।
पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड निराली राजपूत है, जो मूल रूप से सूरत की रहने वाली है लेकिन इस समय दुबई से पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रही है। वह भाविक कटारिया और अकरम जैसे युवकों को ‘कैरियर’ बनाकर तस्करी करवाती थी। एक ट्रिप में कैरियर को 15-20 हजार रुपये कमीशन मिलता था।
भाविक कटारिया पहले भी 3 बार दुबई से सोने की तस्करी कर चुका है। इस रैकेट में सूरत का अमित सोनी भी शामिल है, जिस पर पहले धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। हर 1 करोड़ रुपये के सोने की तस्करी पर गिरोह को लगभग 15 लाख रुपये का मुनाफा होता था। 239.5 ग्राम सोना (कीमत 26,34,500 रुपये) मोबाइल फोन व अन्य सामान मिलाकर कुल ज़ब्ती 27,05,000 रुपये का मालसामान जब्त हुआ है।
महिधरपुरा थाने में भाविक कटारिया, दुबई से सोना भेजने वाली निराली राजपूत और सूरत से मंगवाने वाले अमित सोनी समेत अन्य पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब फरार आरोपी अकरम की तलाश कर रही है।