सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स का 'टेक्नो टॉक कन्वेंशन 2025' शुक्रवार-शनिवार को
19-20 सितंबर को प्लैटिनम हॉल में सम्मेलन, उद्योग 4.0 और नई तकनीकी प्रथाओं पर होगी चर्चा
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा 19 और 20 सितंबर को सरसाणा स्थित एसआईईसीसी परिसर के प्लैटिनम हॉल में ‘टेक्नो टॉक कन्वेंशन 2025’ का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष का विषय है – “अगली पीढ़ी, अगली प्रथाओं को अपनाना”, जिसके अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल इनोवेशन और इंडस्ट्री 4.0 के प्रभाव पर मंथन होगा।
दो दिवसीय सम्मेलन में तकनीकी विशेषज्ञ, उद्यमी, नीति निर्माता और छात्र शामिल होंगे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य उद्योगों को नई तकनीकों के प्रति जागरूक करना और भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करना है।
मुख्य अतिथि के रूप में मेजर जनरल शमशेर सिंह अहलावत (सेवानिवृत्त) उपस्थित रहेंगे। वे लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र के डिजिटलीकरण पर विशेष मार्गदर्शन देंगे।
चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने कहा कि आज उद्योग 4.0 के युग में, एमएसएमई और स्टार्ट-अप्स को “सर्वोत्तम प्रथाओं” से आगे बढ़कर “अगली प्रथाओं” को अपनाना होगा। सम्मेलन के माध्यम से उद्योग, शिक्षा और नीति के बीच सेतु बनाने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:
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19 सितंबर: सुश्री मेघा बंसल (ओएनडीसी) – डिजिटल वाणिज्य पारिस्थितिकी तंत्र, मिनेश मोहिल – उत्तरदायी आपूर्ति श्रृंखला, प्रसाद पुराणिक – क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटलीकरण, निसर्ग आचार्य (अदाणी एंटरप्राइजेज) – साइबर सुरक्षा उपाय
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20 सितंबर: संजीव शर्मा (माइक्रोसॉफ्ट) – एआई संचालित व्यावसायिक परिवर्तन, रेणुका कुलकर्णी (आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील) – औद्योगिक स्वचालन, चंद्रशेखर वेलगापुडी (ट्रैज़िक्स) – उद्यम शासन उपाय, संजय के.वी. (एसएपी इंडिया) – वित्त व लॉजिस्टिक्स में एंटरप्राइज़ समाधान, संजय चव्हाण (महिंद्रा एंड महिंद्रा) – बड़ी कंपनियों में डिजिटल परिवर्तन
टेक्नोक्रेट हरेश कलकत्तावाला ने कहा कि यह सम्मेलन छोटे उद्यमियों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने और छात्रों को एआई, रोबोटिक्स जैसी तकनीकों के जरिए भविष्य के करियर के लिए तैयार करेगा।
यह आयोजन सूरत को उद्योग 4.0 अपनाने के केंद्र के रूप में स्थापित करने, स्टार्टअप्स और कॉर्पोरेट्स को जोड़ने तथा युवाओं को तकनीकी उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करने में मील का पत्थर साबित होगा।