सूरत : हजीरा बीच पर दूसरे दिन गणेश विसर्जन संपन्न हुआ
एक लाख से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन, भक्तों की भीड़ और भावनाओं से गूंजा शहर
सूरत। दस दिनों की पूजा-अर्चना, धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों और भक्तिभाव से ओतप्रोत वातावरण के बाद विघ्नहर्ता गणेशजी की विदाई शनिवार को शुरू हुई, जो रविवार को भी जारी रही। शहरभर से बप्पा की प्रतिमाओं का विसर्जन हजीरा, डुमास, मगदल्ला के प्राकृतिक जलस्रोतों और 21 कृत्रिम तालाबों में किया गया। अब तक करीब 1 लाख से अधिक गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन हो चुका है।
रिमझिम बारिश और तेज हवाओं के बीच भक्तों ने गणपति बप्पा को विदाई दी। विसर्जन के समय कई भक्त भावुक होकर नम आँखों से बप्पा को “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारों के साथ विदा कर रहे थे।
विशाल प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार को दुसरे दिन दोपहर तक जारी रहा। 25 फीट से ऊँची प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार को भी हजीरा बीच पर किया जा रहा है। हजीरा रोड पर अब भी आधा किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई है। हजीरा बोट पॉइंट ओवारा पर 12 क्रेन, 12 फोर्कलिफ्ट, 9 गैस कटर और 600 स्वयंसेवकों की टीम विसर्जन कार्य में जुटी हुई है।
लगभग 13,500 पुलिसकर्मी और हजारों स्वयंसेवक विसर्जन के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था संभालते रहे। पाल, पिपलोद, रिंग रोड, जहाँगीरपुरा, अडाजण और जहाँगीराबाद सहित कई इलाकों से छोटे-बड़े विसर्जन जुलूस निकाले गए। ढोल-नगाड़ों की गूंज, लेज़िम की ताल और धार्मिक-फिल्मी गीतों के बीच भक्त नृत्य करते नजर आए। कई मंडलों में पुरुष और महिलाएं ड्रेस कोड में भी शामिल हुए।
पिछले साल की तरह इस बार भी विसर्जन दो दिन तक चला । पिछले वर्ष हजीरा बोट पॉइंट ओवारा पर लगभग 3600 विशाल प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया था, जो अगले दिन सुबह 10 बजे तक चला था। इस बार भी शनिवार को सूबह से शुरू हुआ विसर्जन रविवार दोपहर तक विसर्जन की प्रक्रिया पूरी हुई।