वडोदरा : टिम्बी गाँव के किसान ने गन्ने के रस से बनाई आइसक्रीम और कैंडी

प्राकृतिक खेती से उत्पादों का मूल्य संवर्धन कर बढ़ाई आय

वडोदरा : टिम्बी गाँव के किसान ने गन्ने के रस से बनाई आइसक्रीम और कैंडी

डभोई तालुका के टिम्बी गाँव के किसान मनोजभाई पटेल (54 वर्ष) ने पारंपरिक खेती को आधुनिक रूप देते हुए गन्ने के रस से आइसक्रीम और कैंडी बनाकर एक नई मिसाल कायम की है। प्राकृतिक खेती और कृषि उत्पादों के मूल्य संवर्धन के जरिए उन्होंने लाभदायक खेती का मार्ग प्रशस्त किया है।

मनोजभाई ने वर्ष 2019 में प्राकृतिक और गौ-आधारित खेती शुरू की। पहले चरण में वे चावल और नींबू उगाते थे। धीरे-धीरे उन्होंने आलू, प्याज, बैंगन, करेला, अदरक, हल्दी जैसी सब्ज़ियों के साथ अमरूद, चेरी, लीची और खजूर जैसे फलों तथा लौंग, दालचीनी, काली मिर्च, तेजपत्ता और सुपारी जैसे मसालों की खेती भी शुरू की।

2025 में उन्होंने घर पर ही गन्ने का रस निकालकर उससे प्राकृतिक आइसक्रीम और कैंडी बनानी शुरू की। स्वाद और सेहत का ध्यान रखते हुए उन्होंने इसमें काजू, किशमिश और बादाम भी मिलाए। पहले ही साल इस प्रयोग से उन्हें 25,000 रुपये की अतिरिक्त आमदनी हुई। मनोजभाई बताते हैं कि पहले उनके पैरों में तनाव और थकान रहती थी, लेकिन अब प्राकृतिक खेती से उनका स्वास्थ्य बेहतर हुआ है। पूरी तरह गौ-आधारित पद्धति अपनाने के कारण वे केवल गोबर और गौमूत्र का उपयोग करते हैं, जिससे मिट्टी भी उपजाऊ रहती है और फसलें भी स्वस्थ होती हैं।

मनोजभाई अपनी पत्नी के साथ मिलकर बाजरे से विभिन्न खाद्य पदार्थ बनाकर स्थानीय ग्राहकों को बेचते हैं। इसके अलावा, वे शिविरों और कार्यक्रमों में अन्य किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि “इस तरीके से न केवल खेती बचेगी, बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहेगा।”

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