सूरत : वनिता विश्राम विश्वविद्यालय में आयोजित एनआरआई विवाह जागरूकता संगोष्ठी
विदेश में विवाह से पहले बरतें ज़रूरी सावधानियाँ : सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता प्रीति जोशी
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, गुजरात राज्य अनिवासी गुजरात प्रतिष्ठान और चैंबर ऑफ कॉमर्स सूरत में संचालित एनआरजी सेंटर द्वारा वनिता विश्राम विश्वविद्यालय के सहयोग से मंगलवार, 9 सितंबर, 2025 को एक एनआरआई विवाह जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता प्रीति जोशी ने विदेश में विवाह करने की इच्छुक युवतियों को आवश्यक कानूनी व सामाजिक सावधानियों के बारे में विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा कि आज के डिजिटल युग में रिश्ते तेज़ी से बनते हैं और विवाह तक पहुँच जाते हैं। ऐसे में विशेष सावधानी ज़रूरी है, विशेषकर तब जब रिश्ता विदेश में बसे व्यक्ति से जुड़ रहा हो, क्योंकि एक गलत फैसला युवतियों के जीवन को प्रभावित कर सकता है।
मुख्य वक्ता एडवोकेट प्रीति जोशी ने कहा कि अनिवासी भारतीयों से विवाह के मामलों में भारतीय कानून के साथ-साथ उस देश की कानूनी प्रक्रियाएँ और अंतर्राष्ट्रीय कानून भी लागू होते हैं। भाषा की बाधा, कानूनी जानकारी का अभाव, वित्तीय सहायता न मिलना और संकट के समय शरणस्थल का अभाव जैसी चुनौतियाँ भी सामने आती हैं।
उन्होंने युवतियों को सलाह दी कि विवाह से पहले विदेश में रहने वाले युवक की वैवाहिक स्थिति, आव्रजन वीज़ा, वित्तीय स्थिति, संपत्ति, पारिवारिक पृष्ठभूमि और जीवनशैली की पूरी जाँच करें। किसी एजेंट, बिचौलिए या विवाह के आधार पर ग्रीन कार्ड के लालच में निर्णय न लें।
अनिवासी गुजरात प्रतिष्ठान, गांधीनगर के सिस्टम मैनेजर चिंतन प्रजापति ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी।
वनिता विश्राम महिला विश्वविद्यालय की प्रोवोस्ट डॉ. दक्षेश ठाकरे ने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में चैंबर के मानद मंत्री बिजल जरीवाला, समूह अध्यक्ष परेश लाठिया, उपलेखाकार सुनील सोलंकी, विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
सेमिनार का संचालन चैंबर के एनआरजी सेंटर अध्यक्ष कल्पेश लाठिया ने किया, जबकि सह-अध्यक्ष चेतन सेठ ने मुख्य वक्ता का परिचय कराया।
समापन अवसर पर डॉ. विनीता मोड ने प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान अधिवक्ता प्रीति जोशी ने छात्राओं के प्रश्नों का उत्तर देकर उन्हें जागरूक और आत्मविश्वासी बनने की प्रेरणा दी।