सूरत : विश्व जागृति मिशन बालाश्रम में मासिक यज्ञ सम्पन्न
श्राद्ध पक्ष की महत्ता पर आचार्य रामकुमार पाठक का प्रवचन, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल
विश्व जागृति मिशन द्वारा संचालित बालाश्रम (अनाथाश्रम), वेसू में प्रतिवर्ष की परंपरा के अनुसार रविवार, 7 सितंबर 2025 को सुबह 10 से 12 बजे तक मासिक यज्ञ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन आचार्य रामकुमार पाठक के सानिध्य में हुआ।
इस अवसर पर बीजेएम सूरत मंडल के प्रमुख गोविन्द डांगरा, अश्विनी अग्रवाल, राजेश ठाकर सहित बड़ी संख्या में संत सुधांशुजी महाराज के शिष्य उपस्थित रहे। सभी श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां अर्पित कर पुण्यलाभ प्राप्त किया।
यज्ञ के पश्चात आचार्य रामकुमार पाठक ने श्राद्ध पक्ष की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “देव कार्य में भूल हो सकती है, लेकिन पितृ कार्य में कदापि नहीं।” उन्होंने सभी से श्राद्ध कर्म, तर्पण आदि को पवित्रता और सावधानी से करने का आग्रह किया।
उन्होंने बताया कि पितरों को अर्पित भोजन घर की महिलाओं द्वारा ही बनाया जाना चाहिए, न कि बाहर से मंगाए या नौकरों द्वारा पकाए भोजन से। श्राद्ध भोज में प्याज, लहसुन, हींग, बैंगन, मूली, गाजर और कद्दू का प्रयोग वर्जित है, जबकि उड़द की दाल और खीर को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए।
आचार्य पाठक ने पंचबलि (पंचग्रास) की परंपरा का भी उल्लेख किया, जिसमें गो, कौआ, कुत्ता, चींटी और देव मंदिर को अर्पण करने के बाद ही पितरों को भोजन अर्पित किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि परिवार में बड़े-छोटे दो भाई अलग रहते हों, तो दोनों को ही श्राद्ध कर्म अवश्य करना चाहिए। कार्यक्रम का समापन भक्ति गीतों और आशीर्वचन के साथ हुआ।