सूरत : गुरु बिना ज्ञान नहीं और ज्ञान बिना मोक्ष नहीं : सदानंदजी महाराज 

वृंदावन धाम से पधारे सदानंद महाराज ने सुनाई कंस उद्धार से लेकर परीक्षित मोक्ष तक की कथा

सूरत : गुरु बिना ज्ञान नहीं और ज्ञान बिना मोक्ष नहीं : सदानंदजी महाराज 

 श्री कृष्ण प्रणामी महिला समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय श्रीकृष्ण कथा महोत्सव का आयोजन 3 और 4 सितंबर 2025 को न्यू सिटीलाइट स्थित देवसर माता मंदिर, मेंहदीपुर बालाजी मंदिर के पास किया गया। इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पुण्य लाभ प्राप्त किया।

वृंदावन धाम से पधारे सदानंदजी महाराज ने कथा के दूसरे दिन कंस उद्धार, उद्धव के ज्ञान को शक्ति में परिवर्तन, गोपियों द्वारा रुक्मिणी-कृष्ण विवाह, सुदामा-कृष्ण मित्रता, गुरु की महिमा और परीक्षित मोक्ष तक की प्रसंगमयी कथा सुनाई।

महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि जीव चौरासी लाख योनियों में भटकते-भटकते सुंदर मानव शरीर पाता है। आत्मा रूपी कन्या को परमात्मा रूपी पति पाने के लिए संसार सागर से पार होना आवश्यक है और इसके लिए गुरु का होना अनिवार्य है। गुरु ही हमें हमारे असली मालिक की पहचान कराते हैं।

महाराजजी ने कहा कि गुरु को ही अज्ञान का नाश करने वाला और ज्ञान का प्रकाश फैलाने वाला माना गया है। वे केवल शास्त्र या ग्रंथ नहीं सिखाते, बल्कि  जीवन जीने की सच्ची दिशा देते हैं। इसीलिए संत परंपरा में कहा गया है कि गुरु बिना ज्ञान नहीं, और ज्ञान बिना मोक्ष नहीं। गुरु ही वह माध्यम हैं जिनके जरिए मनुष्य अपने असली मालिक ईश्वर की पहचान कर पाता है और आत्मिक शांति का अनुभव करता है।

समिति के परमानंद बंसल और मंजू अग्रवाल ने बताया कि महोत्सव में श्रद्धालुओं के साथ-साथ महाराज जी के शिष्यों ने भी बड़ी श्रद्धा से भाग लिया और भक्ति भाव से ओतप्रोत माहौल में कथा का आनंद लिया।

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