सूरत : गणेश विसर्जन की पूर्व संध्या पर ब्रेनडेड महिला का अंगदान, पाँच लोगों को मिला नया जीवन
प्रजापति समाज की 58 वर्षीय ब्रेनडेड महिला के परिवार ने किया अंगदान, दोनों किडनी, लिवर और आँखें दान कीं
सूरत। गणेश विसर्जन की पूर्व संध्या पर सूरत के स्मीमेर अस्पताल में एक और प्रेरणादायी अंगदान हुआ। डोनेट लाइफ संस्था के सहयोग से सोरठिया प्रजापति कुंभार समाज की शारदाबेन जेंतीभाई देवलिया (उम्र 58 वर्ष) के परिवार ने अंगदान कर पाँच ज़िंदगियों को नई आशा दी। डोनेट लाईफ के संस्थापक निलेश मांडेलवाला से मिली
जानकारी के अनुसार, कोसाड के किरन पर्ल में रहने वाली शारदाबेन का 3 सितंबर की सुबह कोसाड रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से सिर में गंभीर चोट लगी। उन्हें 108 एम्बुलेंस की मदद से स्मीमेर अस्पताल लाया गया, जहाँ जाँच में ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई।
4 सितंबर को चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जितेंद्र दर्शन, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना नेमा, न्यूरोसर्जन डॉ. दीपेश कक्कड़ और आरएमओ डॉ. अरबिंदकुमार सिंह की टीम ने शारदाबेन को ब्रेन डेड घोषित किया। इसके बाद, डोनेट लाइफ संस्था के अनुरोध पर परिजनों ने अंगदान का निर्णय लिया।
शारदाबेन के बेटे विपुलभाई, जो बढ़ई का काम करते हैं, ने कहा हम गरीब हैं, लेकिन माँ के ब्रेन डेड होने के बाद हमने उनके अधिक से अधिक अंगदान करने का निर्णय लिया, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले और दूसरों की ज़िंदगी बच सके।"
परिवार की सहमति से शारदाबेन की दोनों किडनी और लिवर अहमदाबाद स्थित आईकेडीआरसी में तीन मरीज़ों को प्रत्यारोपित किए जाएँगे। वहीं, स्मीमेर अस्पताल के नेत्र विभाग ने उनकी आँखें स्वीकार कर ली हैं, जिससे दो और ज़रूरतमंदों को दृष्टि मिलेगी।
डोनेट लाइफ संस्था ने इसे "मानवता की मिसाल" बताते हुए कहा कि गणेशोत्सव की पूर्व संध्या पर हुआ यह अंगदान सूरत ही नहीं, पूरे समाज को अंगदान के महत्व का संदेश देता है।