सूरत : चैंबर ऑफ कोमर्स में ‘चलो ज़िम्बाब्वे’ कार्यक्रम : निवेश और सहयोग के नए द्वार खोलने की अपील
ज़िम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति ने सूरत के उद्यमियों से की सीधी बातचीत, खनन, ऊर्जा, वस्त्र और पर्यटन क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर दिया जोर
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) द्वारा सरसाना स्थित प्लैटिनम हॉल में 23 अगस्त 2025 की शाम ‘चलो ज़िम्बाब्वे’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर ज़िम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति महामहिम जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. सी.जी.डी.एन. चिवेंगा, उनकी पत्नी, कैबिनेट मंत्री राज मोदी (उप मंत्री – उद्योग एवं वाणिज्य), टोंगई माफ़ीदी मनांगाग्वा (उप मंत्री – पर्यटन एवं आतिथ्य), ज़िम्बाब्वे की राजदूत स्टेला नकोमो और वरिष्ठ अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल उपस्थित रहा।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने स्वागत भाषण में बताया कि भारत-ज़िम्बाब्वे का व्यापार वर्तमान में 150-200 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है। 2024 में भारत ने ज़िम्बाब्वे को 62 मिलियन डॉलर के फ़ार्मास्युटिकल उत्पाद निर्यात किए। वहीं, ज़िम्बाब्वे से तंबाकू, लोहा, इस्पात और रत्नों का आयात भारत के हीरा-आभूषण और इंजीनियरिंग उद्योग को सहारा दे रहा है।
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति चिवेंगा ने कहा कि भारत और ज़िम्बाब्वे के बीच आर्थिक संबंध लंबे समय से आपसी विश्वास और सहयोग पर आधारित हैं। उन्होंने बताया कि “ज़िम्बाब्वे विज़न 2030” के तहत देश को उच्च-मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्राकृतिक संसाधनों, युवा जनशक्ति और क्षेत्रीय बाज़ारों तक पहुँच के कारण ज़िम्बाब्वे निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य है।
उन्होंने खनन, खनिज मूल्य संवर्धन, वस्त्र, ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यटन में निवेश के अवसरों का विशेष उल्लेख करते हुए गुजरात के उद्यमियों को साझेदारी के लिए आमंत्रित किया। चिवेंगा ने कहा कि ज़िम्बाब्वे अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र का प्रवेश द्वार है, जहाँ 1.4 बिलियन लोगों का बड़ा बाज़ार उपलब्ध है।
कैबिनेट मंत्री राज मोदी ने कहा कि ज़िम्बाब्वे निवेशकों के लिए सुरक्षित और व्यावसायिक रूप से अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराता है। वहीं, पर्यटन मंत्री टोंगई मनांगाग्वा ने ज़िम्बाब्वे को ‘सुंदर और अवसरों से भरा देश’ बताते हुए भारतीय उद्यमियों को पर्यटन, स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में साझेदारी करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में सांसद प्रभुभाई वसावा, पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत, चैंबर के पूर्व अध्यक्ष विजय मेवावाला और रमेश वघासिया सहित अनेक उद्योगपति और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अंत में उपराष्ट्रपति चिवेंगा ने उद्यमियों के सवालों के उत्तर दिए और उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।