वडोदरा में 76वां वन महोत्सव, ‘मिशन टू मिलियन’ और ‘एक पद मान के नाम’ से हरियाली का संकल्प

पांजरापोल में वृक्षारोपण, लाभार्थियों का सम्मान और जलवायु परिवर्तन से निपटने की अपील

वडोदरा में 76वां वन महोत्सव, ‘मिशन टू मिलियन’ और ‘एक पद मान के नाम’ से हरियाली का संकल्प

पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगरगृह में नगर निगम स्तरीय 76वां ‘वन महोत्सव’ बड़े उत्साह से मनाया गया। दंडक प्रमुख बालकृष्ण शुक्ल की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम के तहत वडोदरा के पांजरापोल में गणमान्य व्यक्तियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।

अपने संबोधन में बालकृष्ण शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ‘मिशन लाइफ’ जैसी पहलें शुरू की गई हैं। उन्होंने ‘एक पद मान के नाम’ अभियान को सराहते हुए इसे समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। शुक्ल ने जोर दिया कि राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार देश के कुल भूमि क्षेत्र का 33 प्रतिशत हिस्सा वृक्षों से आच्छादित होना चाहिए, जबकि वर्तमान में वडोदरा का वन क्षेत्र केवल 11 प्रतिशत है। इसे बढ़ाने के लिए जिले की 50 नर्सरियों से निःशुल्क वृक्ष प्राप्त कर वृक्षारोपण को जन आंदोलन बनाना आवश्यक है। 

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सांसद डॉ. हेमांग जोशी ने कहा कि वन महोत्सव तभी सफल हो सकता है जब लोग स्वेच्छा से इसमें भाग लें। उन्होंने वडोदरा के नागरिकों, स्कूलों और कॉलेजों के इको-क्लब्स से अपील की कि वे ‘एक पद मान के नाम’ अभियान से अधिक संख्या में जुड़कर इस पहल को व्यापक जन आंदोलन का रूप दें।

नगर आयुक्त अरुण महेश बाबू ने जानकारी दी कि ‘मिशन टू मिलियन’ के तहत इस वर्ष वडोदरा नगर निगम द्वारा एक लाख पेड़ लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हर नागरिक की भागीदारी से शहर के वन क्षेत्र को 11 प्रतिशत से बढ़ाकर नए लक्ष्य तक पहुंचाना संभव होगा।

इस अवसर पर लाभार्थी सखी मंडलों और वन विभाग के अन्य लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए। साथ ही, वृक्ष प्रेमियों, सामाजिक वनीकरण, नर्सरी संचालकों, वन्य जीव संरक्षण कार्य, मियावाकी वन, बागवानी और पांजरापोल क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले नागरिकों को प्रशंसा पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में, सयाजीपुरा स्थित पांजरापोल में गणमान्य व्यक्तियों ने वृक्षारोपण कर वन महोत्सव 2025 का सफल समापन किया। इस अवसर पर विधायक मनीषाबेन वकील, वन संरक्षक महेंद्रसिंह राठवा, वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, विद्यार्थी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

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