राजकोट : सौराष्ट्र में लगातार बारिश से बांधों का जलस्तर बढ़ा, 36 जलाशयों के गेट खोले गए
राजकोट के 7, जामनगर के 6 और मोरबी के 3 बांधों के दरवाजे खुले; 25 बांध ओवरफ्लो, निचले इलाकों में सतर्कता बरतने की सलाह
सौराष्ट्र में लगातार हो रही वर्षा के चलते जलाशयों में तेजी से पानी की आवक दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में 31 फीट नया पानी आने से 25 बांध ओवरफ्लो हो गए हैं, जबकि 20 बांध 80 प्रतिशत से अधिक भर चुके हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों के गांवों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
जानकारी के अनुसार, राजकोट जिले के 27 बांधों में से 6 पूरी तरह भर गए हैं और भादर सहित 16 बांधों में आधे से साढ़े तीन फीट तक पानी की आवक हुई है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिले के सात बांधों के गेट खोले गए हैं। इनमें मोज और आजी-2 के 3-3, वेणु-2 के 4, आजी-3 व भादर-2 के 2-2, तथा सुरवो और न्यारी-2 डेम का एक-एक दरवाजा शामिल है।
जामनगर जिले के 21 में से 7 बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं और चार बांध 80 प्रतिशत से अधिक भर गए हैं। जिले के छह बांधों में आधे से 2.95 फीट तक पानी की नई आवक दर्ज की गई है। यहां फलजर (को.बा) बांध के 2 और उमिया सागर के 4 गेट खोले गए हैं। साथ ही ससोई, फुलजर-1-2 और वाडीसंग बांध ओवरफ्लो की स्थिति में हैं।
मोरबी जिले में भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। सात बांधों में 0.30 फीट से 1.31 फीट तक पानी की नई आवक हुई है। इसके चलते घोड़ाध्रोई, ब्राम्हाणी-2 और मच्छू-3 के एक-एक गेट खोले गए हैं। जिले के दो बांध 80 प्रतिशत से अधिक भर चुके हैं, जिसके चलते निचले क्षेत्रों के गांवों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।
द्वारका जिले के पाँच बांधों में 0.16 से 1.64 फीट तक नए पानी की आवक हुई है। जिले के सात बांध पूरी तरह भर गए हैं और वर्तु-2 बांध के चार गेट खोले गए हैं। वहीं पोरबंदर का सोरठी और अमरेली का सकरोली बांध ओवरफ्लो हो रहे हैं। लगातार हो रही बारिश के बीच प्रशासन ने संभावित बाढ़ और जलभराव को देखते हुए निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।