सूरत : ज़िम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति का दो दिवसीय दौरा, हीरा-वस्त्र उद्योग और सुमुल डेयरी से हुए प्रभावित

चैंबर के निमंत्रण पर पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का महापौर, कलेक्टर और पुलिस आयुक्त ने किया स्वागत

सूरत : ज़िम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति का दो दिवसीय दौरा, हीरा-वस्त्र उद्योग और सुमुल डेयरी से हुए प्रभावित

सूरत। जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति, महामहिम जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. सी.जी.डी.एन. चिवेंगा, अपनी पत्नी और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सूरत के दो दिवसीय ऐतिहासिक दौरे पर आज पहुंच गए हैं। इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है।

सूरत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उपराष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर सूरत के महापौर दक्षेशभाई मेवाणी, पुलिस आयुक्त अनुपमसिंह गहलोत, जिला कलेक्टर डॉ. सौरभ पारधी और दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के अध्यक्ष निखिल मद्रासी मौजूद थे।

उपराष्ट्रपति ने दौरे के पहले दिन सूरत के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों - हीरा, कपड़ा और डेयरी का दौरा किया।

हरे कृष्णा एक्सपोर्ट्स: उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी हीरा कंपनी में से एक, हरे कृष्णा एक्सपोर्ट्स का दौरा किया। कंपनी के प्रमुख सावजीभाई ढोलकिया ने जिम्बाब्वे के साथ व्यापार के अवसरों का स्वागत किया।

ऐश्वर्या डाइंग मिल: उपराष्ट्रपति ने कडोदरा स्थित ऐश्वर्या डाइंग मिल का भी दौरा किया, जहां उन्होंने सूरत के मानव निर्मित रेशों और कपड़ा उद्योग के बारे में जानकारी ली।

सुमुल डेयरी: सुमुल डेयरी के दौरे से उपराष्ट्रपति काफी प्रभावित हुए। उन्होंने डेयरी के सहकारी मॉडल और दूध संग्रह से लेकर वितरण तक की पूरी प्रक्रिया को समझा और तकनीकी सहयोग में रुचि व्यक्त की।

उपराष्ट्रपति का दौरा कल भी जारी रहेगा। 23 अगस्त को वे सुबह 10:00 बजे सूरत एपीएमसी बाज़ार का दौरा करेंगे। सुबह 11:10 बजे श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट जाएंगे। दोपहर 2:00 बजे वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे।

शाम 4:40 बजे चैंबर ऑफ कॉमर्स में सूरत के उद्यमियों के साथ 'चलो जिम्बाब्वे' कार्यक्रम में सीधे संवाद करेंगे, जहाँ व्यापार, पर्यटन, और निवेश के अवसरों पर चर्चा की जाएगी।

यह दौरा सूरत और जिम्बाब्वे के बीच नए व्यापारिक संबंध स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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