सूरत : टैरिफ की चिंता छोड़िए, व्यापार पर ध्यान दीजिए!
चैंबर की संगोष्ठी में अनुभवी निर्यातक अमित मुलानी ने बताए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के रहस्य
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) के शिक्षा एवं कौशल विकास केंद्र द्वारा सोमवार, 18 अगस्त, 2025 को समृद्धि, नानपुरा में “स्थानीय से वैश्विक – निर्यात-आयात के रहस्य” विषय पर एक विशेष संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें निर्यातकों, एमएसएमई, उद्यमियों, पेशेवरों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की दुनिया में कदम रखने के इच्छुक छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
मुख्य वक्ता के रूप में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ और कॉर्पोरेट प्रशिक्षक अमित मुलानी ने कहा कि “टैरिफ की चिंता मत कीजिए, आप व्यापार और गुणवत्ता पर ध्यान दीजिए।” उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान व्यापार बंद होने के बावजूद, यह अप्रत्यक्ष रूप से तीसरे देशों, खासकर दुबई और यूएई के जरिए जारी रहा। यह बाजार की ताकत और लचीलापन दर्शाता है।
मुलानी ने अमेरिकी टैरिफ से बचने की रणनीतियाँ भी साझा कीं, जिनमें शामिल हैं। टैरिफ लागू होने से पहले अग्रिम शिपमेंट लोड करना। अमेरिकी फॉरेन ट्रेड ज़ोन्स (FTZ) का लाभ उठाना। खरीदारों के साथ समझदारीपूर्ण बातचीत और त्रिपक्षीय समझौते करना। उत्पादों में मूल्यवर्धन कर कम शुल्क वाले श्रेणी में लाना। अमेरिका पर निर्भरता कम करने के लिए नए बाजारों का विविधीकरण।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अन्य “छिपे हुए गुर” भी बताए, जैसे कि सीमा शुल्क और नियामक अनुपालन पर महारत, डिजिटल प्लेटफॉर्म और मेलों के जरिए भरोसेमंद खरीदारों का नेटवर्क बनाना, मुद्रा उतार-चढ़ाव से सुरक्षा और इनकोटर्म्स, एलसी (Letter of Credit) तथा FTA का समझदारी से उपयोग करना।
चैंबर अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने कहा कि यह संगोष्ठी नए और अनुभवी दोनों निर्यातकों के लिए प्रेरणादायी रही। उन्होंने कहा, यह सत्र साबित करता है कि चाहे टैरिफ हों या सीमाएँ… नदियाँ, हवाएँ और व्यापार को कोई नहीं रोक सकता।