सूरत : जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति की ऐतिहासिक यात्रा की एसजीसीसीआई द्वारा तैयारियां शुरू
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के निमंत्रण पर हो रही यात्रा , व्यापारिक संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद
सूरत । जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति माननीय जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. सी.जी.डी.एन. चिवेंगा के 22 और 23 अगस्त को होने वाले सूरत दौरे से पहले, दिल्ली स्थित जिम्बाब्वे दूतावास की एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा और प्रोटोकॉल टीम सूरत पहुंच गई है। चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के निमंत्रण पर हो रही इस यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति कार्यालय के मुख्य निदेशक सहित इस टीम ने सोमवार, 18 अगस्त, 2025 को सूरत पहुंचकर चैंबर ऑफ कॉमर्स में एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान, टीम ने दो दिनों तक चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और बैठकों की सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की।
सुरक्षा टीम ने उपराष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधिमंडल द्वारा सूरत में संभावित दौरों के लिए विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। इनमें कृषि उत्पादन मंडी (एपीएमसी), कपड़ा इकाइयां, सुमुल डेयरी, हीरा उद्योग, और सौर ऊर्जा उद्योग शामिल हैं। इसके अलावा, टीम ने 23 अगस्त की शाम को सरसाणा स्थित प्लैटिनम हॉल में आयोजित होने वाले 'चलो जिम्बाब्वे' कार्यक्रम स्थल का भी जायजा लिया।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने बताया कि जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति के साथ उनके प्रतिनिधिमंडल में कैबिनेट मंत्री और शीर्ष सचिवालय के अधिकारी भी शामिल होंगे। आज नई दिल्ली से पहुँची टीम में श्री एडसन मोयो (पूर्णाधिकारी मंत्री), सुश्री नोमुसा मुगवाम्बी (व्यापार संवर्धन अधिकारी), सुश्री आइरीन दोरोह (मुख्य निदेशक), श्रीमती एस. मटेटा (निदेशक - द्विपक्षीय व्यापार एवं प्रवासी) समेत 30 से अधिक वरिष्ठ अधिकारी, प्रोटोकॉल विशेषज्ञ, पत्रकार और सुरक्षा कर्मी शामिल रहे। यह प्रतिनिधिमंडल सूरत के उद्योगपतियों और प्रमुख नेताओं के साथ उच्चस्तरीय बैठकें करेगा।
निखिल मद्रासी ने कहा कि चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस ऐतिहासिक दौरे को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस यात्रा से भारत और जिम्बाब्वे के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।