सूरत : श्री राणी सती महोत्सव: सूरत में चार दिवसीय भव्य आयोजन 20 अगस्त से
श्री शक्ति धाम सेवा समिति के 34वें वार्षिकोत्सव पर ‘महा शक्तियों के साथ सतियों का मिलन’, सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला
श्री शक्ति धाम सेवा समिति, सूरत अपने 34वें वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में श्री राणी सती महोत्सव का आयोजन कर रही है। यह चार दिवसीय महोत्सव 20 अगस्त 2025, बुधवार से आरंभ होगा। प्रथम दिवस को “महा शक्तियों के साथ सतियों का मिलन” का भव्य आयोजन दोपहर 12:15 बजे YPD कन्वेंशन हॉल, डुमस रोड, सूरत में किया जाएगा।
इस अवसर पर गणेशजी, श्री राणी सती दादीजी, श्री मादल सती दादीजी, श्री नानू सती दादीजी, श्री धोली सती दादीजी, श्री चावो वीरो दादीजी, श्री खेमी सती दादीजी सहित 21 देवी-देवताओं के भव्य मंडप सजाए जाएंगे। श्रद्धालु यजमान अपने-अपने देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करेंगे।
अध्यक्ष हरेन्द्र प्रसाद सर्राफ और उपाध्यक्ष गोपाल कोटरीवाल ने बताया कि कार्यक्रम में महामंगल पाठ का वाचन सौरव मधुकर व केशव मधुकर करेंगे। साथ ही कोलकाता की टीम नृत्य-नाटिका का विशेष मंचन प्रस्तुत करेगी। मंत्री मुरारीलाल सुरेका और उपाध्यक्ष रतनलाल दारूका ने कहा कि दादी का दरबार सजाने हेतु कोलकाता से विशेष कारीगर बुलाए गए हैं, जबकि पुष्प सज्जा के लिए फूल बैंगलोर और कोलकाता से मंगवाए जाएंगे।
कोषाध्यक्ष अजय पाटोदिया व उपसचिव अनूप जालान के अनुसार समिति ने वर्ष 2024-25 में कई सामाजिक सेवाएं कीं, जिनमें आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई में सहयोग, गरीब रोगियों को दवा उपलब्ध कराना, निःशुल्क हेलमेट वितरण, वृक्षारोपण, अन्नदान, शिक्षा सहयोग, मंदिर में लिफ्ट की व्यवस्था, अमावस्या और शनिवार को भोजन वितरण, राहगीरों के लिए पानी की व्यवस्था तथा 22 वर्षों से संचालित होम्योपैथिक औषधालय का विस्तार शामिल है।
उपाध्यक्ष विश्वनाथ पचेरिया व सुभाष टिबरेवाल ने बताया कि समिति धार्मिक क्षेत्र में वर्षभर नवरात्र स्थापना, गणगौर उत्सव, हनुमान जयंती पर सुंदरकांड, श्रावण माह में दादीजी सिंघारा-झूलन उत्सव, कांवड़ यात्रा, जन्माष्टमी, भादी अमावस्या, गणेश उत्सव, दीपावली अन्नकूट, दादी जन्मोत्सव, पाटोत्सव, श्री श्याम निशान यात्रा, फागोत्सव, होलिका दहन और शिवरात्रि रुद्राभिषेक जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करती रही है।
समिति के सूरज जालान, नंदकिशोर जालान ने बताया कि महोत्सव की आगामी कार्यक्रम में 21 अगस्त को मंदिर प्रांगण में सुंदरकांड पाठ, 22 अगस्त को चरणपादुका अभिषेक एवं भजन-कीर्तन, 23 अगस्त को प्रातः धोक-जात, सांध्य बेला में मंगलपाठ और रात्रि में भजन संध्या का आयोजन होगा। समिति के सुरेश जालान और गिरिजाशंकर झुंझनुवाला ने सभी श्रद्धालुओं व सनातनियों से कार्यक्रमों में पधारकर धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ लेने का आग्रह किया है।