सूरत : ‘पुलिस-सरपंच संवाद’ से ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत होगी सुरक्षा व्यवस्था

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने 59 गाँवों के सरपंचों से किया संवाद; पुलिस और सरपंचों को मिलकर काम करने पर दिया जोर

सूरत : ‘पुलिस-सरपंच संवाद’ से ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत होगी सुरक्षा व्यवस्था

सूरत। ग्रामीण पुलिस व्यवस्था को और अधिक प्रभावी और सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की अध्यक्षता में कामरेज स्थित खोलवाड़ महाविद्यालय में 'पुलिस-सरपंच संवाद' का आयोजन किया गया। इस संवाद में 59 गाँवों के सरपंचों और उपसरपंचों ने भाग लिया।

गृह राज्य मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि गाँव के विकास, शांति और खुशहाली के लिए सरपंचों और पुलिस का मिलकर काम करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सरपंचों को गाँव के मुखिया के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाने और हर ग्रामीण की समस्या का समाधान करने में सक्रिय रहने को कहा। उन्होंने सरपंचों से कहा कि वे केवल चुनाव जीतने वाले व्यक्ति नहीं, बल्कि गाँव के लोगों के विश्वास के असली हकदार हैं।

मंत्री ने सरपंचों से आग्रह किया कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ सभी तक पहुँचाएँ और लोगों को संगठित कर सामूहिक समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा कि सरपंचों का कर्तव्य है कि वे बहन-बेटियों के साथ छेड़छाड़, नशा बेचने और अन्य असामाजिक गतिविधियों में लिप्त लोगों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इस तरह के समन्वय से अपराधों का शीघ्र समाधान होगा और सुरक्षा का माहौल मजबूत बनेगा।

संघवी ने कहा कि 'पुलिस-सरपंच संवाद' का मुख्य उद्देश्य पुलिस और जनता के बीच की दूरी को कम करना है। उन्होंने जोर दिया कि सरपंच और पुलिस दोनों को गाँव के विकास और शांति के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए। सूरत संभाग के पुलिस महानिरीक्षक प्रेमवीर सिंह ने भी कहा कि सरपंचों को पुलिस विभाग के साथ लगातार संपर्क में रहना चाहिए और ग्राम सभाओं में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए।

इस कार्यक्रम में अच्छा प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कार भी दिए गए। साथ ही, चित्रकला और ऑडियो-वीडियो प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष भाविनीबेन पटेल, विधायक मोहनभाई ढोडिया, जिला विकास अधिकारी शिवानी गोयल और अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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