सूरत : कपड़ा बाजार में सुस्त कारोबार, रक्षाबंधन पर उम्मीद से कम रही ग्राहकी
उत्तर प्रदेश, बिहार की मांग ठप, अगस्त के अंत से नवरात्रि और शादी-विवाह के सीज़न में सुधार की आशा
सूरत का कपड़ा बाजार, जो आमतौर पर त्योहारी सीज़न में रौनक से भर जाता है, इस बार रक्षाबंधन पर्व पर उम्मीद के मुताबिक कारोबार नहीं कर सका। बीते कुछ महीनों से व्यापार में सुस्ती देखने को मिल रही है, और रक्षाबंधन के बावजूद बाजार में केवल मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
मिलेनियम टेक्सटाइल मार्केट-2 के व्यापारी राजीव हिसारिया ने जानकारी दी कि रक्षाबंधन के मौके पर ग्राहकी में बढ़ोतरी की आशा थी, लेकिन व्यापारिक ग्राफ में केवल हल्का सुधार देखने को मिला। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार की कपड़ा मंडियों में मांग कमजोर रहने के कारण सूरत बाजार पर भी असर पड़ा है।
हालांकि व्यापारियों को आगामी त्योहारी सीज़न—नवरात्रि, दुर्गा पूजा और नवंबर-दिसंबर में होने वाले विवाह प्रसंगों—के मद्देनज़र अगस्त के अंतिम सप्ताह से बाजार में रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।
सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रमुख युवराज देसले ने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 225 ट्रकों से कपड़ा पार्सल विभिन्न राज्यों की मंडियों में भेजा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और पश्चिम बंगाल में रक्षाबंधन की ग्राहकी लगभग ठप हो चुकी है, लेकिन मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की नजदीकी मंडियों में अब भी खरीदारी देखी जा रही है, क्योंकि इन इलाकों तक 24 घंटे से भी कम समय में माल पहुँच जाता है। बाजार में भले ही तत्काल कोई बड़ा उछाल नहीं दिख रहा, लेकिन व्यापारी वर्ग आगामी सीज़न में अच्छी ग्राहकी की आशा से आश्वस्त है।