सूरत के बिलीपत्रा ज्वेल्स ने पेश की ‘रिवायत’ – अनमोल रत्नों की एक अनोखी श्रृंखला

सूरत के बिलीपत्रा ज्वेल्स ने पेश की ‘रिवायत’ – अनमोल रत्नों की एक अनोखी श्रृंखला

सूरत: देश की हीरा नगरी के हृदयस्थल में स्थित बिलीपत्रा ज्वेल्स ने अपनी नयी रत्न संग्रह ‘रिवायत’ का लोकार्पण किया है, जो पारंपरिक भारतीय गहनों को आधुनिकता के रंग में ढालती है। पन्ना, माणिक और नीलम जैसे बहुमूल्य रत्नों से सजी यह श्रृंखला न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि बीते युगों की कहानियाँ भी अपने भीतर समेटे हुए है—अब नए, स्टाइलिश अंदाज़ में।

रिवायत के शुभारंभ ने सूरत शहर में उत्सुकता और प्रशंसा का माहौल बना दिया। फैशन प्रेमियों, सोशल मीडिया प्रभावशाली महिलाओं और शहर की प्रतिष्ठित महिलाओं ने इसकी हर एक डिज़ाइन की विशिष्टता को सराहा। जहां सूरत शिल्प और आभूषण निर्माण के लिए विख्यात है, वहीं रिवायत के हर हार, अंगूठी, मांगटिका और झुमके में पारंपरिक कला को जीवंत रूप में देखा जा सकता है। हर गहना अनुभवी कारीगरों के हाथों से नक्काशी किया गया है।

इस संग्रह में हैदराबादी फिलिग्री कार्य, मोतियों की नाजुक जड़ाई, जयपुर और राजस्थान की शाही प्रेरणाएं—महलों, झरोखों और प्राचीन भित्तिचित्रों से प्रेरित डिज़ाइन शामिल हैं। वहीं गुजरात की पारंपरिक जाली कारीगरी, कुंदन जड़ाई, मीनाकारी और मंदिर शैली के अलंकरण भी इस संग्रह की शोभा बढ़ाते हैं।

‘रिवायत’ केवल आभूषण नहीं, बल्कि एक उत्सव है—भारतीय परंपराओं और भावनाओं का प्रतीक। जन्म, विवाह, सालगिरह, त्यौहार—हर शुभ अवसर के लिए यह संग्रह एक खास अनुभूति और सौंदर्य लेकर आता है।

बिलीपत्रा के बारे में

बिलीपत्रा, पटेल परिवार द्वारा संचालित प्रतिष्ठित पटेल ज्वेल्स की एक प्रीमियम शाखा है। इस व्यवसाय की नींव वर्ष 1999 में पिनाकिनभाई पटेल ने सूरत रेलवे स्टेशन के पास पोद्दार प्लाज़ा में पहले स्टोर के रूप में रखी थी। वर्ष 2004 में अडाजन में दूसरा स्टोर खोला गया। अब बिलीपत्रा के माध्यम से यह ब्रांड आभूषण निर्माण और विश्वसनीयता की एक नई भव्य यात्रा की ओर अग्रसर है—जहां विरासत और नवाचार साथ-साथ चलते हैं।

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