सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा एमएसएमई उद्यमियों के लिए एआई संगोष्ठी का आयोजन

‘अपने व्यवसाय में एआई की पूर्ण क्षमता का उपयोग करें’ विषय पर विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन

सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा एमएसएमई उद्यमियों के लिए एआई संगोष्ठी का आयोजन

सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) द्वारा शुक्रवार को सरसाना स्थित समहति परिसर में एमएसएमई उद्यमियों के लिए ‘अपने व्यवसाय में एआई की पूर्ण क्षमता का उपयोग करें’ विषय पर एक प्रेरक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शक्ति से जोड़ना और उन्हें तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बनाना था। इस अवसर पर एपिफेनी एआई-टेक प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक व सीईओ यश मेहता ने एआई के व्यावसायिक उपयोग को लेकर गहराई से जानकारी दी।

अपने विचार रखते हुए यश मेहता ने कहा कि अब समय आ गया है कि एमएसएमई उद्यमी चैटबॉट, डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और ऑटोमेशन जैसे एआई टूल्स को अपने व्यापारिक संचालन में शामिल करें। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि कैसे एआई तकनीक की मदद से ग्राहक की पसंद, बाज़ार के रुझान और उत्पादन योजना बेहतर बनाई जा सकती है।

उन्होंने यह भी बताया कि मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के माध्यम से भविष्य की रणनीतियाँ बनाई जा सकती हैं और 24x7 डिजिटल ग्राहक सहायता देने वाले चैटबॉट व्यवसाय की सेवा गुणवत्ता को बेहतर कर सकते हैं।

चैंबर के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने कहा कि डिजिटल युग में एआई केवल तकनीक नहीं, बल्कि एक व्यावसायिक रणनीति है, जो दक्षता और प्रतिस्पर्धा बढ़ा सकती है। वहीं पूर्व अध्यक्ष विजय मेवावाला ने ज़ोर दिया कि एआई का प्रभाव सिर्फ संचालन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नवाचार और वैश्विक जुड़ाव का मार्ग भी प्रशस्त करता है।

चैंबर के समूह अध्यक्ष नीरव मंडलेवाला ने बताया कि 2027 तक भारत में एआई बाजार 17 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि एआई के उपयोग से कम संसाधनों में अधिक उत्पादन और बेहतर निर्णय संभव हैं।

इस संगोष्ठी में सूरत के कई उद्यमियों ने भाग लिया। चैंबर के मानद मंत्री बिजल जरीवाला, मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी, ग्रुप चेयरमैन बशीर मंसूरी, और एमएसएमई समिति के अध्यक्ष सीए मनीष बजरंग ने सक्रिय भूमिका निभाई। वक्ता परिचय बशीर मंसूरी ने दिया, जबकि प्रदीप जोशी ने आभार प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम के अंत में, उपस्थित उद्यमियों ने यश मेहता से एआई से जुड़ी अपनी जिज्ञासाएं साझा कीं, जिनका वक्ता ने सरल और व्यावहारिक उत्तर देकर समाधान किया। यह संगोष्ठी न केवल एआई तकनीक को समझने का मंच बनी, बल्कि एमएसएमई सेक्टर के लिए एक दिशा निर्धारक पहल भी साबित हुई, जो भविष्य में उन्हें वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।

Tags: Surat SGCCI