सूरत : स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में शीर्ष पर, सफाई कर्मचारियों को सम्मानित कर मनाया जश्न
केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल, कनुभाई देसाई और महापौर दक्षेश मवानी ने 'स्वच्छता सेनानियों' को सराहा
सूरत: 'स्वच्छ सर्वेक्षण-2024' के तहत, सूरत शहर ने दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में पूरे भारत में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है।
इस उल्लेखनीय उपलब्धि का जश्न मनाने और शहर के स्वच्छता योद्धाओं को सम्मानित करने के लिए आज डुमस-मगदल्ला रोड स्थित वाई जंक्शन पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, वित्त, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स मंत्री तथा सूरत जिले के प्रभारी मंत्री कनुभाई देसाई, सांसद मुकेशभाई दलाल, और महापौर दक्षेश मवानी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किए गए इस पुरस्कार की खुशी में, गणमान्य लोगों ने स्वच्छता योद्धाओं को पुष्पहार पहनाकर सम्मानित किया और मेहनती सफाई कर्मचारियों को मिठाई खिलाकर इस बड़ी उपलब्धि का जश्न मनाया।
सफाई कर्मचारियों को बधाई देते हुए, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि शहर के नागरिकों ने स्वच्छता के सभी दिशानिर्देशों का पालन करके यह सफलता प्राप्त की है। उन्होंने महात्मा गांधी के स्वच्छता के दृष्टिकोण का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने गांधीजी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए कमर कस ली है।
सी.आर. पाटिल ने जोर दिया कि "सूरत की स्वच्छता बनाए रखना हमारा नैतिक कर्तव्य बनता है।" उन्होंने आगे कहा कि "स्वच्छता हमारे जीवन की आदत बन जानी चाहिए।" आज की उपलब्धि को केवल एक पड़ाव नहीं, बल्कि निरंतर जागरूकता और प्रेरणा का स्रोत बताते हुए, मंत्री ने सूरत नगर निगम, अधिकारियों, पदाधिकारियों, सभी कर्मचारियों और विशेष रूप से सफाई कर्मचारियों को बधाई दी, जिन्होंने सूरत को स्वच्छ और साफ-सुथरा रखने में सराहनीय योगदान दिया है।
वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने इस अवसर पर कहा कि सूरत को 'महान सूरत' बनाने में सफाई कर्मचारियों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्मरण कराया कि 2014 में प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के स्वच्छता के स्वप्न को साकार करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी, और आज सूरत उस दिशा में एक अग्रणी उदाहरण के रूप में उभरा है। देसाई ने कहा कि शहर ने हर परिस्थिति में सबसे स्वच्छ शहर बनने की अपनी क्षमता सिद्ध की है और सूरतवासियों का सहयोग तथा समझ इस सफलता के मूल में है।
महापौर दक्षेश मवानी ने सूरत की इस स्वच्छता उपलब्धि का श्रेय नागरिकों को देते हुए कहा कि शहर की सभी माताओं और बहनों ने अपने घरों से ही स्वच्छता की अलख और संस्कृति को जीवित रखा है, और घरों, गलियों तथा मोहल्लों को कचरा मुक्त बनाने के कार्य में प्रतिदिन अपना छोटा-सा योगदान दे रही हैं।
इस अवसर पर विधायक मनुभाई पटेल, प्रवीणभाई घोघरी, उप महापौर डॉ. नरेंद्र पाटिल, नगर आयुक्त शालिनी अग्रवाल, पुलिस आयुक्त अनुपमसिंह गहलौत, नगर निगम कर्मचारी, सफाई कर्मचारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।