राजकोट : मोढुका गांव की बेटी ने राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर किया गांव का नाम रोशन
एक ही परिवार के तीन बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर जीते पदक, किसान पिता की मेहनत और बेटियों की लगन से गांव पहुंचा राष्ट्रीय मानचित्र पर
राजकोट जिले के विंछिया तालुका स्थित छोटे से गांव मोढुका की बेटी किंजल ने राष्ट्रीय स्तर पर हैंडबॉल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 54वीं सीनियर महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप में गुजरात टीम का प्रतिनिधित्व कर रजत पदक हासिल किया है। यह प्रतियोगिता हाल ही में भुज में आयोजित की गई थी, जिसमें देशभर की 27 राज्यों की टीमों ने हिस्सा लिया।
महज 4000 की आबादी वाले सीमावर्ती गांव मोढुका के किसान मनसुखभाई ताविया और प्रभाबेन की पांच बेटियां और एक बेटा हैं। इस परिवार के तीन बच्चों दो बेटियों और एक बेटे ने अब तक राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
किंजल, जो कक्षा 12वीं कॉमर्स में 79 प्रतिशत अंक प्राप्त कर चुकी हैं, बचपन से ही खेलों में विशेष रुचि रखती थीं। उन्हें जूनागढ़ के पास ब्रह्मानंदजी चांपरडा विद्या मंदिर के कोच तेजसभाई पटेल द्वारा प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि किंजल छठी कक्षा से ही खेलों के प्रति समर्पित थीं, और उनकी मेहनत ने आज उन्हें राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया है।
मनसुखभाई, जिन्होंने केवल पांचवीं तक पढ़ाई की है, 10 बीघा जमीन पर खेती कर अपने बच्चों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। उनकी बेटी बी.एड कर चुकी है, दो अन्य बेटियों ने भी बी.एड की प्रवेश परीक्षा पास की है, वहीं बेटा 11वीं कक्षा में अध्ययन कर रहा है और हैंडबॉल में राष्ट्रीय पदक जीत चुका है।
इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि अगर अवसर और सही मार्गदर्शन मिले तो ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं। मोलीला सीमशाला जैसे स्कूलों ने इन प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। यह परिवार पूरे गांव के लिए प्रेरणा बन गया है, और इन बच्चों की उपलब्धि ने मोढुका गांव को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाई है।