राजकोट की नव्या को मिला नया जीवन, सरकार ने उठाया पूरे इलाज का खर्च
जन्म से ही हृदय दोष से पीड़ित नव्या का इलाज सरकार की राष्ट्रीय बाल संरक्षण कार्यक्रम के तहत निःशुल्क कराया गया
राजकोट ज़िले के उपलेटा तालुका के पडवाला गांव की बालिका नव्याबेन करोतरा को “राष्ट्रीय बाल संरक्षण कार्यक्रम” (RBSK) के तहत गंभीर हृदय रोग से उबारते हुए नया जीवन मिला। जन्म से ही हृदय दोष से पीड़ित नव्या का इलाज सरकार की इस योजना के तहत निःशुल्क कराया गया।
वर्ष 2017 में जन्मी नव्या के पिता पंकजभाई करोतरा पशुपालन का कार्य करते हैं और परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। नव्या बचपन से ही बार-बार बीमार पड़ती थी। जब उपलेटा भालोदिया में बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा जांच की गई, तब हृदय रोग की आशंका जाहिर की गई। आगे की जांच के लिए नव्या को डीईआईसी सिविल अस्पताल, राजकोट रेफर किया गया, जहाँ डॉक्टरों ने हृदय दोष की पुष्टि की और इलाज के लिए यू.एन. मेहता अस्पताल, अहमदाबाद भेजा।
इलाज की लागत जानकर नव्या के माता-पिता घबरा गए, लेकिन “राष्ट्रीय बाल संरक्षण कार्यक्रम” टीम और सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सारा इलाज निःशुल्क कराया जाएगा। यह सुनकर परिवार को बड़ी राहत मिली। नव्या का यू.एन. मेहता अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया और फॉलोअप उपचार भी हुआ।
नव्या के माता-पिता ने जिला विकास अधिकारी आनंदू सुरेश गोविंद और मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.आर. फुलमाली का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस योजना के कारण आज उनकी बेटी स्वस्थ जीवन जी रही है और यह सरकार की मानवीय पहल का जीवंत उदाहरण है। यह घटना सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की प्रभावशीलता और जरूरतमंद बच्चों को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण बन गई है।