राजकोट के माधापर आईटीआई में मॉक ड्रिल एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण का आयोजन
रेडक्रॉस, अग्निशमन विभाग, एसआरपी और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कैडेट्स, ग्रामीणों और स्वयंसेवकों को दिया गया प्रशिक्षण
राजकोट के माधापर स्थित आईटीआई में एक व्यापक मॉक ड्रिल एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एनसीसी कैडेट्स, ग्रामीणों और स्वयंसेवकों को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
इस प्रशिक्षण में रेडक्रॉस सोसायटी के वरिष्ठ प्रशिक्षक रहीम दल ने प्राथमिक उपचार, रक्तस्राव को रोकने, फ्रैक्चर की देखभाल, बैंडेज रिकवरी तकनीक तथा सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) का लाइव डेमो देते हुए बताया कि किसी भी घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने से पहले क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
कार्यक्रम में एसआरपी जवानों ने ड्रोन टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी कि किस प्रकार के ड्रोन युद्ध या आपातकालीन स्थितियों में उपयोग किए जाते हैं, उन्हें पहचानने और उनसे बचाव के उपायों पर विशेष प्रकाश डाला गया। इसके अलावा राजकोट अग्निशमन विभाग की ओर से फायर ऑफिसर मोइन शेफ ने विभिन्न प्रकार की आग और उनसे निपटने के लिए प्रयोग किए जाने वाले अग्निशामक यंत्रों की जानकारी दी। साथ ही खोज एवं बचाव तकनीकों का प्रदर्शन भी किया गया।
कार्यक्रम के अंतर्गत ऑपरेशन मॉक ड्रिल का आयोजन भी हुआ, जिसमें सभी संबंधित विभागों ने समन्वित रूप से भाग लिया। इस अवसर पर राजकोट कलेक्टर प्रभव जोशी, जिला विकास अधिकारी आनंदू सुरेश गोविंद, नगर निगम आयुक्त तुषार तुमेरा, निवासी अतिरिक्त कलेक्टर एके गौतम, सहायक कलेक्टर महक जैन, डीसीपी (जोन-2) जगदीश बांगारवा और डीसीपी (क्राइम) पार्थराजसिंह गोहिल सहित रेडक्रॉस, एसआरपी, एनसीसी और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों, खासकर युवाओं और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आपात स्थितियों में आत्मनिर्भर बनाना और जीवनरक्षक तकनीकों में दक्षता प्रदान करना था।