वडोदरा : पश्चिम रेलवे का 'विश्व पर्यावरण दिवस अभियान': प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता और कार्रवाई की अनूठी पहल

5 जून, 2025 तक चलेगा अभियान

वडोदरा : पश्चिम रेलवे का 'विश्व पर्यावरण दिवस अभियान': प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता और कार्रवाई की अनूठी पहल

 पश्चिम रेलवे (WR) ने विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून, 2025) के उपलक्ष्य में "प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करना" विषय पर एक व्यापक पर्यावरणीय अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान 22 मई से 5 जून तक चल रहा है और इसका उद्देश्य रेलवे परिसरों, ट्रेनों और स्टेशनों में प्लास्टिक कचरे को कम करना और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि इस पहल की शुरुआत 22-24 मई के दौरान जागरूकता अभियान से हुई, जिसमें 7,800 से अधिक कर्मचारियों और नागरिकों ने भाग लिया। इस दौरान शपथ समारोह, रैलियाँ, और नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियाँ आयोजित की गईं। अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्लास्टिक प्रदूषण के विरुद्ध सक्रिय योगदान देने की शपथ ली।

डिजिटल और जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान के तहत सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चलाया गया। वेब कार्ड, डिजिटल क्रिएटिव्स, और सूचनात्मक वीडियो को रेलवे स्टेशनों, कार्यालयों, कारखानों और ट्रेनों की टीवी स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया। "अपनी पानी की बोतल रखें साथ" जैसी थीम के माध्यम से यात्रियों को रीयूज़ेबल बोतलें उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।

25-27 मई को स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें प्लेटफॉर्म्स पर कचरा पृथक्करण डिब्बे लगाए गए। स्थानीय एनजीओ और समुदायों की मदद से रेलवे कॉलोनियों और स्टेशनों की सफाई की गई। एकत्र प्लास्टिक कचरे को रीसाइक्लिंग इकाइयों या स्थानीय अधिकारियों को सौंपा गया। कर्मचारियों और कॉलोनी निवासियों के लिए जागरूकता सत्र और पर्चे वितरण किए गए।

बायोडिग्रेडेबल कटलरी का इस्तेमाल शुरू किया गया। प्लास्टिक के विकल्पों, जैसे कि कपड़े या जूट के बैग, के उपयोग को प्रोत्साहित किया गया। प्लास्टिक कम करने और कचरा पृथक्करण पर केंद्रित कार्यशालाएं आयोजित की गईं। यह पूरी पहल पश्चिम रेलवे की हरित परिवहन, जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरणीय चेतना को बढ़ावा देने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। 5 जून तक चलने वाले इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। 

रेलवे क्षेत्र में सिंगल यूज़ प्लास्टिक (SUP) पर निर्भरता कम करना। नागरिकों और कर्मचारियों को पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व के लिए प्रेरित करना। टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा देना। पश्चिम रेलवे ने इस पहल के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह हरित भविष्य की दिशा में दृढ़ संकल्पित है और वह न केवल यात्रियों को स्वच्छ परिवेश देना चाहता है, बल्कि भारत को प्लास्टिक मुक्त बनाने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

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