सूरत : स्मीमेर अस्पताल में निजि मेडिकल स्टोर बंद करने का निर्णय, जेनेरिक दवा न लिखने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई

फरवरी 2026 तक बंद होगा मेडिकल स्टोर, मरीजों को सस्ती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने की तैयारी

सूरत : स्मीमेर अस्पताल में निजि मेडिकल स्टोर बंद करने का निर्णय, जेनेरिक दवा न लिखने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई

सूरत। सूरत नगर निगम द्वारा संचालित स्मीमेर अस्पताल में जेनेरिक दवाओं के प्रचार और मरीजों के उपचार खर्च को कम करने के उद्देश्य से एक बड़ा निर्णय लिया गया है। हाल ही में आयोजित अस्पताल की कार्यकारी समिति की बैठक में तय किया गया कि अस्पताल परिसर में संचालित निजि मेडिकल स्टोर की सेवा फरवरी 2026 में समाप्त कर दी जाएगी। इसके बाद वहां केवल जेनेरिक दवाओं की ही उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

इस बैठक में सूरत के महापौर दक्षेश मावानी, स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल , नगर आयुक्त शालिनी अग्रवाल, अस्पताल समिति अध्यक्ष मनीषा आहीर और स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष नेन्शी शाह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान यह शिकायत सामने आई कि अस्पताल में डॉक्टर जेनेरिक दवाओं के बजाय महंगी एलोपैथिक दवाएं लिख रहे हैं, जिससे मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।

महापौर मावानी ने कहा कि “वर्तमान में बाजार में लगभग 1200 प्रकार की जेनेरिक दवाएं उपलब्ध हैं, जो एलोपैथिक दवाओं की तुलना में कहीं अधिक किफायती और प्रभावी हैं। ऐसे में अब अनावश्यक रूप से महंगी दवाएं लिखने की कोई जरूरत नहीं है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो डॉक्टर जेनेरिक दवाएं लिखने से परहेज करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस निर्णय के तहत जहां एक ओर मरीजों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी, वहीं नगर निगम को भी दवाओं पर होने वाले खर्च में उल्लेखनीय राहत मिलेगी।

स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष नेन्शी शाह ने बताया कि यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता बढ़ाने और आम जनता को लाभ पहुंचाने की दिशा में उठाया गया है। आने वाले समय में नगर निगम यह सुनिश्चित करेगा कि अस्पतालों में सिर्फ वही दवाएं लिखी जाएं जो मरीजों के लिए किफायती और आवश्यक हों।

समीक्षक मान रहे हैं कि यह निर्णय स्वास्थ्य क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है, बशर्ते इसका सही तरह से क्रियान्वयन किया जाए।

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