सूरत : सचिन जीआईडीसी द्वारा दो बसें दान, छात्रों के परिवहन में मिलेगी राहत

नवसारी अब्रामा स्थित जीआईडीसी डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के लिए यात्रा की सुविधा और समय की बचत

सूरत : सचिन जीआईडीसी द्वारा दो बसें दान, छात्रों के परिवहन में मिलेगी राहत

सूरत। सचिन इंडस्ट्रियल को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड और सचिन अधिसूचित प्राधिकरण द्वारा जीआईडीसी डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेज, अब्रामा, नवसारी को दो बसें दान की गई हैं, जो कॉलेज के छात्रों के परिवहन के उद्देश्य से प्रदान की गईं हैं। इन बसों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सूरत से नवसारी स्थित कॉलेज तक आने-जाने में होने वाली समस्याओं से राहत देना है।

वर्ष 2019-20 में सचिन जीआईडीसी ने 2250 उद्योगपतियों के अधिसूचित कर कोष से अनुमानित 55 लाख रुपये की लागत से दो बसें खरीदी थीं। इन बसों को औद्योगिक श्रमिकों के लिए सचिन रेलवे स्टेशन से जीआईडीसी तक रियायती दरों पर परिवहन के लिए तैनात किया गया था, लेकिन कुछ कारणों से यह उद्देश्य सही तरीके से पूरा नहीं हो सका और यह बसें पिछले पांच वर्षों से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़ी थीं।

इन बसों को दान में देने का निर्णय सचिन अधिसूचित क्षेत्र के बोर्ड ने लिया, ताकि इनका सही उपयोग हो सके और 2250 प्लॉट धारकों के टैक्स के पैसे का सदुपयोग हो सके। अब यह बसें कॉलेज के छात्रों को सूरत से नवसारी स्थित कॉलेज तक लाने-ले जाने के लिए उपयोग की जाएंगी। इससे छात्रों को कॉलेज पहुंचने में समय की बचत होगी और उनकी पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जो पहले यात्रा के कारण विलंब का सामना करते थे।

इस दान समारोह में सचिन अधिसूचित क्षेत्र बोर्ड के सदस्य दिग्विजय गांगर, देवेन्द्र सागर, हरीशभाई डामोर, प्रियकांत मेनात, मितुल मेहता, नीलेश गामी, मयूर गोलवाला, किशोरभाई पटेल के साथ ही अन्य सम्मानित व्यक्ति जैसे भीखूभाई नाकरानी, वसंत लाखानी, गौरांग चपटवाला भी उपस्थित रहे। इसके अलावा, सोसायटी के कोषाध्यक्ष वसंतभाई लाखानी द्वारा बसों की पूजा की गई और इन्हें कॉलेज के प्राचार्य को सौंप दिया गया।

इस पहल से न केवल कॉलेज के छात्रों को यात्रा में राहत मिलेगी, बल्कि यह सामुदायिक सहयोग और संसाधनों के बेहतर उपयोग का एक बेहतरीन उदाहरण भी बनेगा।

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