सूरत : कपड़ा मार्केट में ग्राहकी सुस्त, उत्तरायण से पूर्व चहल-पहल बढ़ने के आसार
वर्ष 2025 में शादी-विवाह के मुहूर्त होने से आगामी दिनों में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद
सूरत टेक्सटाइल मार्केट में इन दिनों ग्राहकी सुस्त है। कपड़ा व्यापारियों को नए वर्ष यानी जनवरी माह के पहले सप्ताह से बाहर की कपड़ा मंडियों के कपड़ा व्यापारियों के सूरत आने की उम्मीद है। दीपावली से पूर्व कपड़ा मार्केट में जो ग्राहकी थी, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा था यह ग्राहकी दीपावली के बाद भी बनी रहेगी, लेकिन दीपोत्सव पर्व के डेढ़ महीने बाद भी ग्राहकी के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। हालांकि वर्ष 2025 में शादी विवाह के मुहूर्त जून माह तक होने से आगामी दिनों में ग्राहकी के पूरे आसार हैं। परिणाम स्वरुप मकर संक्रांति से पूर्व कपड़ा मार्केट में चहल-पहल बढ़ने की उम्मीद है।
उत्तरायण के बाद अच्छी ग्राहकी की उम्मीद : प्रहलाद अग्रवाल
आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने बताया कि दक्षिण भारत में पोंगल की ग्राहकी बिल्कुल सुस्त रही। जबकि उत्तर भारत के राज्यों में कड़ाके की ठंड होने से सभी व्यापारी गर्म कपड़ों की मंडियों लुधियाना, चंडीगढ़, अमृतसर आदि की ओर रुख किया है, जिससे उत्तर भारत के राज्यों की मंडियों के कपड़ा कारोबारी न सूरत खरीदी के लिए आ रहे हैं और न ही पेमेन्ट भेज रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश भर के सभी मंडियों के कपड़ा कारोबारी नवंबर-दिसंबर की शादी के जो भी कपड़े खरीदने थे वह दीपावली से पूर्व ही खरीदी कर लिए हैं। अब 15 दिसंबर से कुमुरता (खरमास) लगने से सभी मांगलिक कार्य ठप रहेंगे। यही कारण है कि सूरत कपड़ा मार्केट में कारोबार बिल्कुल सुस्त दिखाई दे रहा है। कुल मिलाकर उत्तर भारत में ठंड, दक्षिण भारत में बेमौसम बारिश और खरमास का प्रभाव सूरत टेक्सटाइल मार्केट को सुस्त ग्राहकी के रुप में देखने को मिल रही है। हालांकि उत्तरायण से एक सप्ताह पूर्व से ही बाहर के कपड़ा कारोबारी सूरत की ओर रुख करने लगेंगे, जिससे उत्तरायण के बाद अच्छी ग्राहकी की उम्मीद जताई जा रही है।
जनवरी के पहले सप्ताह से बाहर के कपड़ा कारोबारी सूरत की ओर रुख करेंगे : राजूभाई ओरडिया
सूरत टेक्सटाइल मार्केट के प्रमुख राजूभाई ओरडिया ने बताया कि दीपावली के बाद ग्राहकी में कोई सुधार नहीं हुआ है, बल्कि हाल के दिनों में मात्र 10-20 प्रतिशत ही ग्राहकी है। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश में थोड़ी ग्राहकी दिख रही है, जबकि बेंगलुरु, तमिलनाडु, तेलंगाना आदि राज्यों की मंडियों में बिल्कुल भी ग्राहकी नहीं है। उन्होंने बताया कि हाल में आंध्र प्रदेश की मंडियों में ग्राहकी है, लेकिन वहां जो ग्राहकी है उसका सूरत को कोई लाभ नहीं हो रहा है। कारण कि व्यापारी पहले ही कपड़ा मंगवा लिए हैं। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर से खरमास शुरु होने से अब ग्राहकी उत्तरायण से पूर्व यानी जनवरी के पहले सप्ताह से बाहर के कपड़ा मंडियों के कपड़ा कारोबारी सूरत की ओर रुख करेंगे। वर्ष 2025 में जून तक शादी-विवाह के मूहुर्त होने से अब जो ग्राहकी शुरु होगी वह आगामी अप्रैल-मई तक बने रहेंगे। हालांकि इन दिनों बिल्कुल भी ग्राहकी नहीं है।
