सूरत ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 में लहराया परचम, देश में प्रथम स्थान
सूरत नगर निगम की पहल और नागरिकों के सहयोग से मिली बड़ी जीत
सूरत: देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त सूरत ने एक बार फिर अपनी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024’ में सूरत ने देशभर के 131 शहरों को पछाड़कर प्रथम स्थान हासिल किया है।
सूरत नगर निगम द्वारा किए गए व्यापक प्रयासों और शहरवासियों के सहयोग से यह उपलब्धि हासिल हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में सूरत ने पीएम10 में 12.71% की उल्लेखनीय कमी दर्ज की है। वर्ष 2023 में सूरत 13वें स्थान पर था।
क्यों रहा सूरत नंबर वन?
सूरत नगर निगम ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सड़क की धूल नियंत्रण, निर्माण कचरे का वैज्ञानिक निस्तारण, वाहन उत्सर्जन नियंत्रण, औद्योगिक उत्सर्जन में कमी लाने, जन जागरूकता अभियान चलाने और वायु गुणवत्ता सुधार के लिए कई सराहनीय कदम उठाए हैं। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि सूरत को इस सर्वेक्षण में प्रथम स्थान मिला है।
पुरस्कार समारोह
सूरत की इस उपलब्धि के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा शहर को ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु शहर’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार 07 सितंबर को जयपुर में आयोजित एक समारोह में सूरत के मेयर और नगर निगम आयुक्त को प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के साथ शहर को 1.5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि भी मिलेगी।
नागरिकों का योगदान
सूरत नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने शहरवासियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। महापौर दक्षेश मावानी ने भी शहरवासियों को धन्यवाद दिया और सूरत को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने के लिए उनके सहयोग की अपील की।
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण क्या है?
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण केंद्र सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य भारतीय शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार लाना है। इस सर्वेक्षण में शहरों का मूल्यांकन विभिन्न मानकों जैसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक उत्सर्जन आदि के आधार पर किया जाता है।