राजकोट : प्रथम ज्योर्तिलिंग सोमनाथ में उमड़े श्रद्धालु, निकली महादेव की पालखी यात्रा

30 दिनों तक अविरत चलेगा महामृत्यंजय यज्ञ, रोज होगा सोमनाथ दादा का अलग-अलग शृंगार

राजकोट : प्रथम ज्योर्तिलिंग सोमनाथ में उमड़े श्रद्धालु, निकली महादेव की पालखी यात्रा

राजकोट, 5 अगस्त (हि.स.)। देश के नैऋत्य कोण पर अरब सागर के किनारे स्थापित प्रथम ज्योर्तिलिंग सोमनाथ में सोमवार सुबह गुजरात-महाराष्ट्र के श्रावण मास के पहले दिन सोमवारी पर आस्था और भक्ति का सागर उमड़ पड़ा। हर-हर महादेव से पूरा मंदिर प्रांगण और बाहर का क्षेत्र गुंजायमान हो गया। सुबह 4 बजे से श्रद्धालु दर्शन के लिए कतारबद्ध हो गए।

गिर सोमनाथ जिले के वेरावल स्थित भगवान सोमनाथ महादेव प्रथम ज्योर्तिलिंग में गुजराती श्रावण के पहले दिन सोमवारी पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े। सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से अत्यधिक भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई। श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग रास्ते खोले गए। सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से ट्रस्टी जे डी परमार के हाथों 30 दिनों तक अविरत चलने वाले महामृत्युंजय यज्ञ का आरंभ किया गया। वहीं, श्रावण की पहली ध्वजा का भी पूजन किया गया। इस अवसर पर ट्रस्ट के जीएम विजयसिंह चावडा, कार्यकारी अधिकारी दिलीप चावडा समेत ट्रस्टी परिवार मौजूद रहे।

सोमनाथ मंदिर की परंपरा के अनुसार सुबह सोमनाथ महादेव की प्रतिकृति स्वरूप की मंदिर परिसर में पालखी यात्रा निकाली गई। पालखी यात्रा का भाव रहता है कि पवित्र श्रावण महीने में शिव के भक्तों को दर्शन देने स्वयं महादेव नगर भ्रमण पर निकलते हैं। गाजे-बाजे के साथ पालखी यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव की नाद से पूरा परिसर गुंजायमान कर दिया। यात्रा में स्थानीय सोमपुरा तीर्थ पुरोहित समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य लोग शामिल हुए। इससे पूर्व प्रात: देवाधिदेव महादेव की प्रात: महापूजा हुई। महादेव को गंगाजल, दूध, केसर, चंदन समेत पंचामृत अभिषेक किया गया। मंदिर प्रशासन के अनुसार श्रावण मास के दौरान रोजाना महादेव का अलग-अलग रूप से विशेष शृंगार किया जाएगा।