सूरत : सड़क पर भीख मांगने वाले बच्चों का रेस्क्यू अभियान
सफाई के नाम पर वसूल रहे पैसे, 38 बच्चों को सुरक्षित बचाया
सूरत पुलिस ने भीख मांगने वाले बच्चों और सफाई के नाम पर पैसे मांगने वाले बच्चों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 38 बच्चों को बचाया है। इस अभियान में 30 पुलिस टीमों ने शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर इन बच्चों को मुक्त कराया।
बचाए गए बच्चों में से 17 नाबालिग और 21 लड़कियां शामिल हैं। इनमें से 7 बच्चे 6 साल से कम उम्र के हैं और 31 बच्चे 12 साल से कम उम्र के हैं। इन बच्चों में से अधिकांश गुजरात के अलावा अन्य राज्यों, विशेष रूप से बिहार और महाराष्ट्र से आए हैं।
पुलिस ने बताया कि इन बच्चों को उनके माता-पिता या अन्य रिश्तेदारों द्वारा भीख मांगने या सफाई करने के लिए मजबूर किया जा रहा था। कुछ बच्चों को तो अनाथ भी पाया गया है। पुलिस ने इन बच्चों पर पिछले एक महीने से नजर रखी हुई थी और इस दौरान 113 ऐसे बच्चों की पहचान की गई थी जो भीख मांगते या सफाई करते हुए पैसे कमाते थे।
पुलिस ने सभी बचाए गए बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के हवाले कर दिया है। इन बच्चों को अब काउंसलिंग और मेडिकल जांच के बाद उनके परिवारों को सौंपा जाएगा या फिर उन्हें बाल सुधार गृह में रखा जाएगा।
सूरत पुलिस ने 30 टीमों के साथ बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। 38 बच्चों को भीख मांगते और सफाई के नाम पर पैसे मांगते हुए बचाया गया। बचाए गए बच्चों में से अधिकांश अन्य राज्यों से आए हैं। पुलिस ने पिछले एक महीने से इन बच्चों पर नजर रखी हुई थी। सभी बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के हवाले कर दिया गया है।
यह कार्रवाई सूरत पुलिस की एक सराहनीय पहल है। इससे बच्चों को शोषण से बचाने में मदद मिलेगी और उन्हें एक बेहतर भविष्य देने का मौका मिलेगा।