सूरत : ग्राम पंचायत कार्यालय में तलाटी और कंप्यूटर ऑपरेटर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए

उन्होंने नाम दर्ज करने के नाम पर 3500 रुपये की रिश्वत ली

सूरत : ग्राम पंचायत कार्यालय में तलाटी और कंप्यूटर ऑपरेटर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए

भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत एसीबी द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। मगर, प्रशासन में जड़ जमा चुके भ्रष्टाचारी बिना पैसे के एक भी काम नहीं करते। इनमें तलाटी से लेकर उच्च अधिकारी तक शामिल हैं। ताजा मामला सूरत जिले के करंज गांव का है, जहां तलाटी सह मंत्री और कंप्यूटर ऑपरेटर को 3500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।

रंगे हाथों पकड़े गए आरोपी

मांडवी तहसिल के करंज गांव में कक्षा 3 के तलाटी सह मंत्री जिग्नेशकुमार प्रफुल्लभाई पटेल और कंप्यूटर ऑपरेटर प्रीतेश उर्फ ​​पिंटू मणिलाल वसावा ने करंज ग्राम पंचायत कार्यालय में रिश्वत मांगी और स्वीकार की। मगर रिश्वत लेते ही दोनों एसीबी के जाल में फंस गए। इनके पास से 3500 रुपये भी बरामद किए गए हैं। अब एसीबी दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

रिश्वत की शिकायत के बाद एसीबी ने जाल बिछाया

वादी ने ग्राम करंज में एक संपत्ति खरीदी थी। इस संपत्ति में अपना नाम दर्ज कराने के लिए उन्होंने संपत्ति का नाम परिवर्तन फॉर्म भरा था। इस संबंध में करंज ग्राम पंचायत में जांच के दौरान तलाटी सह मंत्री और कंप्यूटर ऑपरेटर ने संपत्ति का नाम बदलने के एवज में पहले 5000 रुपये की रिश्वत की मांग की। बाद में 3500 रुपये में सौदा तय हुआ। वादी रिश्वत की रकम नहीं देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने एसीबी से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई। जिसके आधार पर रिश्वतखोरी ट्रैप की योजना बनाई गई। जिसमें आरोपियों ने वादी से बात की और रिश्वत की रकम स्वीकार की। इसके बाद दोनों आरोपियों को मौके पर ही पकड़ लिया गया।

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