वडोदरा : गर्मी से दो और लोगों की मौत, 4 महिलाओं समेत 16 लोगों का चल रहा इलाज
विकास की होड़ में प्लास्टिक का प्रयोग बढ़ गया है और पेड़ों को नष्ट कर मानव अपने अस्तित्व को ही खतरे में डाल रहा है
पिछले 15 दिनों से आसमान से आग के गोले बरस रहे हैं। इससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पिछले 24 घंटे में अजोड गांव के एक अधेड़ और दुमाड़ गांव के एक युवक की गर्मी से मौत हो गई। फिलहाल सयाजी अस्पताल में कुल 16 मरीजों का इलाज चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास की होड़ में प्लास्टिक का प्रयोग बढ़ गया है और पेड़ों को नष्ट कर मानव अपने अस्तित्व को ही खतरे में डाल रहा है। इससे इंसानों को भयानक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। वडोदरा तालुका के अजोड गांव के इंदिरा नगरी में रहने वाले 29 वर्षीय निकुंज प्रमोदकुमार ठक्कर गर्मी के कारण चार दिनों से बुखार से पीड़ित थे। साथ ही उल्टी और दस्त के कारण उन्हें इलाज के लिए सयाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी मौत हो गई। मंजूसर पुलिस के अनुसार निकुंज जन्म से ही मानसिक रूप से अस्वस्थ था।
एक अन्य घटना के अनुसार, वडोदरा तालुका के दुमाड गांव के रामदेव फलिया निवासी 41 वर्षीय विकास कुमार ईश्वर परमार को गर्मी के कारण चक्कर आने से गिर गये। उन्हें इलाज के लिए सयाजी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। पिछले 24 घंटों में सयाजी अस्पताल के हीट आइसोलेशन वार्ड में 16 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें 4 महिलाएं और 12 पुरुष का समावेश है।