सूरत : दक्षिण गुजरात और कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स के बीच समझौता ज्ञापन पर हुआ हस्ताक्षर
एमओयू का उदेश्य उद्यमी और व्यवसायी कश्मीर में व्यापार के लिए अनुकूल माहौल में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर सकें: चैंबर अध्यक्ष रमेश वघासिया
By Bhatu Patil
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दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) और कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने 2 मई को मिशन 84 के तहत एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। एमओयू का उद्देश्य सूरत सहित पूरे गुजरात के उद्योगपतियों और व्यापारियों को कश्मीर में अनुकूल व्यापारिक माहौल में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
एमओयू के मुख्य बिंदु:
- मिशन 84 के तहत सूरत, गुजरात और भारत से 84,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निर्यात का लक्ष्य।
- कश्मीर में उद्योगपतियों और व्यापारियों के लिए निवेश के अवसरों की पहचान करना।
- दोनों चैंबर ऑफ कॉमर्स के बीच व्यापारिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
- कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स की समस्याओं को हल करने में एसजीसीसीआई की सहायता।
एमओयू के महत्व:
- यह समझौता ज्ञापन जम्मू-कश्मीर में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- यह सूरत और कश्मीर के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा।
- यह दोनों राज्यों के उद्योगों और अर्थव्यवस्थाओं को लाभान्वित करेगा।
आगे की योजना:
- कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स का प्रतिनिधिमंडल सूरत आएगा और वन-टू-वन बिजनेस मीटिंग करेगा।
- एसजीसीसीआई के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल कश्मीर का दौरा करेगा और निवेश के अवसरों का पता लगाएगा।
यह समझौता ज्ञापन दोनों राज्यों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।