लोस-2024: गांधीनगर सीट पर भाजपा ने अमित शाह के लिए बनाया 10 लाख से अधिक मतों की जीत का मास्टर प्लान

पार्टी की माइक्रो मैनेजमेंट की समीक्षा के बाद हर बूथ पर बड़ी लीड का टारगेट

लोस-2024: गांधीनगर सीट पर भाजपा ने अमित शाह के लिए बनाया 10 लाख से अधिक मतों की जीत का मास्टर प्लान

गांधीनगर, 18 मार्च (हि.स.)। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की लोकसभा सीट गांधीनगर में इस बार बड़ा रिकॉर्ड बनाने की रणनीति बनाई गई है। लगातार 11वीं बार भाजपा इस सीट को न सिर्फ जीतना चाहती है बल्कि इस बार देश में नया रिकॉर्ड बनाने की रणनीति पर भी काम कर रही है। अमित शाह को इस सीट पर 10 लाख से अधिक मतों के अंतर से जिताने की रणनीति बनाई गई है।

अमित शाह ने वर्ष 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। वर्ष 2024 में पार्टी ने उन्हें दूसरी बार इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। इससे पूर्व इस सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी चुनाव लड़ा करते थे। अमित शाह यदि इस सीट पर 10 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीतते हैं तो वे कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ देंगे।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत हासिल करने का रिकॉर्ड गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम दर्ज है। पाटिल ने नवसारी लोकसभा सीट से 6.89 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। इसके पहले भी पाटिल ने वर्ष 2014 में 5.58 लाख मतों के अंतर से सीट जीती थी।

गांधीनगर लोकसभा सीट वर्ष 1989 से भाजपा के पास है, वह लगातार 10 बार से इस सीट पर जीत रही है। अमित शाह ने वर्ष 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट से 5.57 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से 4.79 लाख मतों के अंतर से जीते थे। वर्ष 2019 में सबसे अधिक मतों से जीतने वाले नेताओं में कांग्रेस नेता राहुल गांधी 11वें नंबर पर थे। राहुल केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर 4.31 लाख मतों के अंतर से जीते थे।

कार्यकर्ताओं को सौंपा है टारगेट

गांधीनगर से दूसरी बार उम्मीदवार बने अमित शाह को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में 10 लाख मतों के अंतर से जिताने का लक्ष्य पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया गया है। इसके लिए माइक्रो मैनेजमेंट के साथ अन्य पार्टी के पूर्व उम्मीदवारों, सामाजिक अग्रणियों, की-वोटर्स समेत दूसरी पार्टी के पदाधिकारियों की भाजपा में भर्ती अहम रणनीति का हिस्सा है। इसमें पार्टी कई महीने पहले से काम कर काफी हद तक सफलता प्राप्त कर चुकी है। पार्टी ने चुनाव तारीख की घोषणा से कुछ महीना पहले ही प्रदेश की सभी 26 सीटों पर पार्टी का केन्द्रीय कार्यालय खोल दिया था। अमित शाह 15 मार्च को गांधीनगर आए थे। इस दौरान लोकसभा क्षेत्र के प्रभारियों के साथ मीटिंग की गई। इसी बैठक में शाह को 10 लाख से अधिक मतों से जिताने का संकल्प किया गया।

वोट शेयरिंग बढ़ाने की रणनीति

वर्ष 2019 में अमित शाह गांधीनगर लोकसभा सीट पर अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करने में सफल हुए थे। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 7 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। इसके साथ पिछले 5 साल शाह अपने लोकसभा क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे और कई बड़े प्रोजेक्ट यहां लाने में सफल रहे। छोटे-छोटे प्रकल्पों के लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम में भी केन्द्रीय गृह मंत्री होते हुए भी वे मौजूद रहे।

जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह को 894,000 मत मिले थे। गांधीनगर लोकसभा में कुल 1285826 मत डाले गए थे। पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि यदि मत प्रतिशत 66.08 फीसदी से अधिक होगी तो मतदान करीब 13 लाख होगा। ऐसी स्थिति में पार्टी ने यहां 10 लाख वोटों का अंतर रखा है।