वड़ोदरा : दंपत्ति ने दो अनाथ भाइयों को लिया गोद, कारण जान आपकी आंखें नम हो जायेंगी!

वड़ोदरा : दंपत्ति ने दो अनाथ भाइयों को लिया गोद, कारण जान आपकी आंखें नम हो जायेंगी!

सामाजिक संस्था के प्रयास से एक परिवार में रौनक और दो बच्चों की जिन्दगी में उम्मीद की रौशनी आई

दीपक फाउंडेशन द्वारा संचालित एक सामाजिक सुरक्षा परिसर में अपना बचपन बिताने वाले दो भाइयों को किशोरावस्था माता-पिता की छत्रछाया नसीब हुई हैं। दरअसल एक दुर्घटना में डूबने के कारण एक ही समय में अपने दो बेटों को खो देने वाले वडोदरा के प्रजापति दंपति ने दीपक फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक सुरक्षा परिसर में रहने वाले दो बच्चों को अपनाकर अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी पूरी की है। इस बारे में ये दंपति ख़ुशी ख़ुशी कहते हैं कि आज उनके पास दो बेटे हैं। आपको बता दें कि इस इस दंपति ने जिन बच्चों को गॉड लिया हैं उनका नाम सनी और अर्जुन हैं। इन दोनों ने बचपन में अपनी माँ की छत्रछाया खो दी थी। सनी की उम्र 18 वर्ष है और वो फ़िलहाल कक्षा 10 में पढ़ रही है और जबकि अर्जुन की उम्र 16 वर्ष है और वो  कक्षा 9 में पढ़ रहा है।
आपको बता दें कि इन दोनों भाइयों को गोद लेने वाले दंपति वडोदरा के प्रतापनगर रोड इलाके में रहने वाले नीलेशभाई प्रजापति और भारतीबेन प्रजापति हैं। इस बारे में परिसर प्रबंधक ने आगे कहा कि वड़ोदरा में कारोबार करने वाले नीलेशभाई और भारतीबेन प्रजापति के दो बेटे थे जो साल 2017 में वे टूर पर गए थे। जहां दोनों बेटे एक दुर्घटना में डूब गए। अपने दोनों बेटों की एक साथ मौत से प्रजापति दंपति में वज्र गिर गया था। पिछले तीन सालों से, प्रजापति दंपति अपने बेटों को याद करते हुए दिन बिता रहे हैं। अपने दिल के एक कोने में वे दो बच्चे पैदा करने की लालसा ने उन्हें ये कदम उठाने की शक्ति दी।
वहीं दूसरी ओर कॉम्प्लेक्स में रहने वाले अन्य अनाथ बच्चों के साथ बड़े हुए सनी और अर्जुन को उनके नए माता-पिता मिलने पर दोनों बहुत खुश थे। हालांकि दोनों भाई दुःख के आँसुओं को रोक नहीं पाए क्योंकि वे अपने दोस्तों से दूर जा रहे थे। उनके जाने से उनके दोस्त भी दुखी थे पर अपने दोस्त को एक परिवार मिलने की ख़ुशी भी उनके चेहरे पर देखी जा सकती थी। सनी और अर्जुन के लिए एक विदाई समारोह किया गया जिसमें उनके एक दोस्त ने एक गीत के जरिए अपना प्यार जाहिर किया और सभी को  रोने पर मजबूर कर दिया। नए परिवार के साथ जाने समय दोनों भाइयों ने कहा कि वो इस संस्था को कभी नहीं भूलेंगे जिसके कारण उन्हें एक परिवार मिला। साथ ही अपने दोस्तों, स्टाफ और इस जगह को भूलना भी नामुमकिन हैं।
वहीं दूसरी ओर दो भाई-बहन सनी और अर्जुन को गोद लेने वाले प्रजापति दंपति नीलेशभाई और भारतीबेन ने कहा कि उन्हें फिर से सनी और अर्जुन के रूप में दोनों बेटे मिल गए हैं। हम सनी और अर्जुन को उच्च शिक्षा देंगे और उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करेंगे।
दीपक फाउंडेशन की बात करते हुए डॉ रिची मेहता ने कहा कि दीपक फाउंडेशन अनाथ बच्चों को शिक्षा और अन्य सुविधाएं प्रदान कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए काम कर रहा है। यह एक राज्य सरकार संचालित संगठन है। दीपक फाउंडेशन के कारण अनाथों को परिवार मिलता है और वे परिवार के साथ एक नया जीवन शुरू करने में सक्षम हो पाते हैं। अनाथों को राज्य सरकार की फोस्टर केयर योजना के तहत उनके परिवार मिल रहे हैं।