वड़ोदरा : सिंध्रोत ड्रग कांड में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी, आतंकवादी प्रवृत्तियों से है संबंध

वड़ोदरा : सिंध्रोत ड्रग कांड में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी, आतंकवादी प्रवृत्तियों से है संबंध

एटीएस की टीम ने छापेमारी कर सौमिल पाठक और पांच लोगों के पास से 478 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स जब्त की थी

कल वड़ोदरा के सिंध्रोत में पकड़े गए ड्रग कांड की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले के तार आतंकवाद से जुड़े हुए है। इस मामले का सूत्रधार सौमिल पाठक का साथी सलीम डोला दाऊद इब्राहिम के सागरित मिर्ची का सरगना रहा है। डोला मादक पदार्थों की तस्करी में माहिर है और इससे पहले गुजरात में गुटखानी तस्करी में पकड़ा गया था।

गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से निकला संबंध


इस मामले में एटीएस सूत्रों ने बताया कि 'ग्रामीण वड़ोदरा के सिंधरोत इलाके के एक खेत में नशीले पदार्थ का उत्पादन किया जा रहा था. उस वक्त एटीएस की टीम ने छापेमारी कर सौमिल पाठक और पांच लोगों के पास से 478 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स जब्त की थी। इन पांच आरोपियों के अलावा सौमिल पाठक के साथी सलीम इस्माइल डोला की तलाश शुरू हो गई है. सूत्रों के अनुसार सलीम डोला (52) मुंबई के सेवरी (शिवड़ी) का रहने वाला है। डोला को पहले भी कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है क्योंकि वह नशीले पदार्थों के हेरफेर में माहिर है। डोला इससे पहले गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के सागर इकबाल मिर्ची के साथ काम कर चुका है, जिसकी 2013 में मौत हो गई थी और अब वह किसके लिए काम करता है, यह उसकी गिरफ्तारी के बाद सामने आ सकता है। मुंबई नारकोटिक्स के एक अधिकारी के मुताबिक, डोला काफी सतर्क खिलाड़ी है। पुलिस और अन्य सरकारी विभागों को चकमा देने में चतुर। वह पकड़े जाने के बाद निकलने में भी माहिर है।

डोला ने मंदराकेश राजा मिर्ची के साथ की तस्करी


इकबाल मिर्ची को मँड्रेक किंग के नाम से जाना जाता था। उसकी मादक द्रव्य की तस्करी उत्तर, दक्षिण अमेरिका और यूरोप के ड्रग माफिया तक पहुंच गई थी। डोला का नाम उस समय मिर्ची के सागरित के रूप में प्रमुख था। बीते दिनों गुजरात के पीपावाव बंदरगाह से 5.5 करोड़ के गुटखा की तस्करी का प्रयास किया गया था. जिसमें डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने सलीम डोला को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मुंबई पुलिस ने डोला को 80 किलो भांग के साथ पकड़ा था।

सौमिल मुंबई जेल में डेला के संपर्क में आया था


जाँच में सामने आया कि सौमिल पाठक को 2017 में पुलिस ने मॉडल्स और सेलेब्रिटीज को ड्रग्स सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस वक्त सौमिल और सलीम डोला की जेल में मुलाकात हुई, जिसके बाद दोनों संपर्क में रहे और सिंधरोत में ड्रग्स बनाने का फैसला किया।

आतंकियों से संबंध की जांच


एटीएस की टीम चाहे सौमिल पाठक, शैलेश कटारिया, विनोद निजामा, मो. शफी उर्फ ​​जग्गू दीवान और भरत चावड़ा अंतरराष्ट्रीय या अंतरराज्यीय ड्रग माफिया और चरमपंथी संगठनों से जुड़े हों? एटीएस के पीआई बीएस कोराट के बयान पर कोर्ट ने आठ दिसंबर तक रिमांड मंजूर किया। रिमांड अर्जी पर सुनवाई के दौरान शासन की ओर से मुख्य लोक अभियोजक अनिल देसाई मौजूद रहे।