सूरतः विश्व नर्स दिवस पर नर्सों ने काली पट्टी बांधकर सरकार की नीतियों का विरोध किया

सूरतः विश्व नर्स दिवस पर नर्सों ने काली पट्टी बांधकर सरकार की नीतियों का विरोध किया

नर्सें आगाीम 17 मई तक काली पट्टी बांधकर अपना कर्तव्य निभाएंगी

अहमदाबाद में यूनाइटेड नर्सेस फोरम के जिला प्रतिनिधियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई। पिछले एक साल से, कोविड काल में अपने और अपने परिवार की चिंता किए बिना तनावपूर्ण वातावरण में संक्रमण का शिकार हुई। जबकि अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए कई नर्सेस स्टाफ शहीद भी हुई हैं। दीपक कमल व्यास (अध्यक्ष, यूनाइटेड नर्सिंग फोरम) ने कहा कि राज्य सरकार ने आज तक अनेकों बार पेशकश के बाद  नर्सों के प्रति उदासीन और उपेक्षापूर्ण रवैया के कारण  परिचारिकाओं को आंदोलन का हथियार उठाने के लिए मजबूर किया है। आज  अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर, सभी परचिारिकाएं सरकारी नीतियों का विरोध करने के लिए काली पट्टी बांधने को मजबूर हुई है।
नर्सों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नर्सों की मांग को पूरा न करने के कारण व्यथित नर्स परिवार ने 12-5-2021 अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर मात्र एक दिन का काली पट्टी बांधकर मरीजों का सेवा प्रभावित न हो इसका ध्यान रखते हुए हर अस्पताल में धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया।  वर्दी या पीपीई किट पर ड्यूटी करेंगे और साथ ही 17-5-2021 तक ब्लैक रिबन पहनकर ड्यूटी जारी रखेंगे। इस बीच, अगर राज्य सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो राज्य के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ड्यूटी पर तैनात नर्स 18 मई से अपने कर्तव्यों का बहिष्कार करेंगे और एक दिन के लिए सांकेतिक हड़ताल करेंगी। राज्य के हर जिले के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ड्यूटी पर मौजूद नर्सें सामूहिक रूप से सरकार की इस शोषणकारी नीति के विरोध में आंदोलन में शामिल होकर विरोध करेंगी। 
 विश्व नर्स दिवस के अवसर पर, कोविड -19 अस्पताल में  केक काटकर विश्व नर्सेस दिवस मनाया गया।  कोरोना अवधि के दौरान रोगियों का लगातार इलाज करने वाली नर्सों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओंकार चौधरी, डॉ. लक्ष्मण और डॉ. चावड़ा उपस्थित थे। 
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