सूरत : अकेले रह रहे बुजुर्ग की हत्या और लूट, आधी रात पांच शख्स बाइक पर आए थे

ह्त्या में संबंधित लोगों के होने की पुलिस को आशंका, पहले भी हो चुकी थी कोशिश

सूरत में रात्रि कर्फ्यू के दौरान भी गुनहगारों ने अपना काम चालू ही रखा है। रात्री कर्फ़्यू के दौरान होने वाली शांति और अंधेरे का लाभ उठाकर आए दिन गुनहगार अपने गुनाहों को अंजाम दे रहे है। इसी दौरान डुम्मस क्षेत्र में हत्या का मामला सामने आया है। विस्तृत जानकारी के अनुसार, डुमस में कांदी फलिया के सोसायटी में रहने वाले वृद्ध इंजीनियर की हत्या कर दी गई। हत्या करने वाले पांच लुटेरे टीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। इनमें से एक के जूते मृतक के घर के सामने मिले। 
देर रात की गई हत्या की जानकारी शुक्रवार सवेरे 10:00 बजे के करीब लोगों के ध्यान पर आई। पटेल मोहल्ला में रहने वाले भूपेंद्र गोविंद पटेल रोज सवेरे उठकर मोहल्ले के किनारे पर चाय की दुकान पर चाय पीने जाते थे। शादी के कुछ वर्षों बाद ही उनका तलाक हो गया था जिसके बाद वह अकेले ही रहते थे। एस्सार कंपनी में कुछ वर्षों तक इंजीनियर के तौर पर नौकरी करने के बाद अपना वह अपने टेंपो भाड़े पर चलवाकर अपना जीवन निर्वाह कर रहे थे। उनका भाई प्रदीप अपने परिवार के साथ वीआईपी रोड पर रहता है।
गुरूवार की रात को सो जाने के बाद जब देर तक नहीं उठे तब पड़ोस में रहने वाले ललित रमेश पटेल की पत्नी ने मृतक के दोस्त बलवंत पटेल की पत्नी हेमलता को बताया। हेमलता बेन ने भूपेंद्र को जगाने के लिए अपने बेटे विशाल को भेजा। जब उनका बेटा गया तो अंदर से दरवाजा बंद था जिससे कि वह कूदकर अंदर गया, तो उसने देखा कि भूपेंद्र भाई के हाथ पांव बांधकर नीचे गिरा दिया गया था। उनके पास में एक टुवाल था। भूपेन्द्र भाई मृत हालत में पड़े हुए थे। 
भूपेन्द्र पटेल की लाश देखकर विशाल ने चिल्ला कर लोगों को इकट्ठा कर लिया। मामले की गंभीरता समझते हुए क्राइम ब्रांच और एसओजी तथा डीसीपी के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। जहां पहुँचकर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की जांच की। पुलिस आशंका व्यक्त कर रही है कि हत्या और लूट में परिचित ही शामिल है। किसी ने इन्हें सूचना देकर हत्या करवाई हो ऐसी भी आशंका है।
पड़ोस में रहने वाले ललित पटेल के घर के बगीचे की दीवाल और भूपेंद्र भाई की दीवाल साथ में होने से लुटेरे वहीं से भूपेन्द्र भाई के घर में प्रवेश किए होने की संभावना है। इस इसके पहले भी दो बार ऐसी कोशिश की जा चुकी है। तब ललित भाई जाग गए थे जिससे के लुटेरे भाग गए।