सूरत :एम्बुलेंस की कमी और रात्रि कर्फ्यू के बीच कुछ युवा पहुंचा रहे है मरीजों को अस्पताल

सूरत :एम्बुलेंस की कमी और रात्रि कर्फ्यू के बीच कुछ युवा पहुंचा रहे है मरीजों को अस्पताल

इस आपातकालीन समय में हरसंभव मदद कर रहे है लोग

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सूरत में शाम 8 बजे से सुबह 6 बजे तक का रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। ऐसे समय में लोगों से अतिआवश्यक काम के लिए ही घर से निकलने को कहा गया है। साथ ही तूफान की रफ़्तार से बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण शहर के सभी बड़े अस्पतालों में वेटिंग के हालत है। सिविल अस्पताल में फ़िलहाल सभी काम बंद कर दिया गया है और सिर्फ आपातकालीन केस और कोरोना मामलों का ही इलाज चल रहा है। इन सबके बीच शहर में एम्बुलेंस और 108 की भारी कमी देखी गई है। फ़िलहाल के हालत में किसी भी एम्बुलेंस और 108 आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, सभी में लम्बी वेटिंग है।
ऐसे में आवश्यता पड़ने पर लोगों को निजी वाहनों और निजी एम्बुलेंस का सहारा लेना पड़ता है जिसके लिए ये भारी कीमत वसूलते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में सूरत के एक सामाजिक संगठन के कुल 6 युवा आगे आए है और वो मरीजों को निशुल्क वाहन सेवा प्रदान कर रहे है। ये युवा गंभीर स्थिति ना होने पर मरीज को अपने वाहन से पास के अस्पताल तक पहुंचा रहे है। एक तो रात्रि कर्फ्यू के कारण कोई भी वाहन आसानी उपलब्ध नहीं हो पा रहे, साथ ही इसके लिए बहुत पैसे मांगे जा रहे है।
आपको बता दें कि इस सुविधा की शुरुआत सोमवार को की गई है और ये लोग वराछा, कपोद्रा, नाना वराछा, वेलेंजा, हीराबाग, सीमाड़ा नाका, सरथाना, मोटा वराछा जैसे इलाकों में अपनी सेवा दे रहे हैं। ग्रुप के संचालक दर्शन जिवाणी ने बताया की रात्रि कर्फ्यू के कारण रात 8 बजे के बाद कोई भी वाहन नहीं मिलता जिससे अस्पताल जाने वाले लोगों को बहुत समस्या होती है। इस समय हम सभी खाली ही बैठे है और सभी दोस्तों के पास कार है, इसलिए हमनें इस तरह से लोगों की मदद करने की सोची।