वडोदरा : कोरोना के मरीजों की सहायता के लिए विदेश पढ़ने वाली बेटी ने भेजे 3 लाख रुपए

वडोदरा : कोरोना के मरीजों की सहायता के लिए विदेश पढ़ने वाली बेटी ने भेजे 3 लाख रुपए

वडोदरा में लगातार बढ़ते केसों को देखकर कोरोना मरीजों के खाने के लिए बेटी ने भेजे पढ़ाई के लिए बचाए हुये पैसे

राज्य में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। फिलहाल राज्य में 80 फीसदी मरीजों का इलाज घर पर और 20 फीसदी गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। मरीजों को इलाज मुहैया कराने के लिए राज्य में विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दल के नेताओं द्वारा आइसोलेशन वार्ड भी शुरू किए गए हैं। ऐसे में विदेशों में रहने वाले गुजराती भी अपनी मातृभूमि की मदद के लिए आगे आए हैं। विदेश में रहने वाली गुजरात की ऐसी ही एक युवती ने अपनी मातृभूमि में कोरोना के मरीजों की सेवा करने के लिए 3 लाख रुपये भेजे, जो उसने पढ़ाई और काम करके बचाए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, निराली राजपूत वडोदरा शहर के दीवालीपुरा इलाके में अपने परिवार के साथ रहती थी। निराली ने बीई ईलेक्ट्रिकल की पढ़ाई की थी। जिसके चलते पिता नारायण राजपूत ने अपनी बेटी को कनाडा में उच्च अभ्यास करने भेजा। फिलहाल निराली कनाडा में पढ़ाई कर रही है और एक मॉल में कैशियर के तौर पर पार्ट टाइम काम भी कर रही है। इसी बीच वडोदरा में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ती देख निराली ने कोरोना रोगियों की मदद करने का फैसला किया और अपने खर्च से बचाई गई सारी बचत वडोदरा में अपने पिता को भेज दी। इसके अलावा, निराली अभी भी अपने खर्च में कटौती करके अपने पिता को कोरोना के  रोगियों की मदद के लिए पैसे भेज रही है। 

इस संबंध में निराली के पिता नारायण राजपूत ने कहा कि कनाडा में रहने वाली उनकी बेटी निराली ने उन लोगों की मदद के लिए आर्थिक मदद भेज, जो घर पर इलाज करवा रहे है और महामारी के चलते उन्हें दो समय का भोजन भी नहीं नसीब हो रहा है। शुरुआत में वह करीब 400 लोगों को टिफिन पहुंचा पाते थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने युवाओं का एक ग्रुप बनाया गया है और अब रोजाना 800 से ज्यादा लोगों को टिफिन दिया जा रहा है। किसी से टिफिन का एक रुपया भी नहीं लिया जाता है और यह मदद बेटी द्वारा भेजी गई मदद के आधार पर दी जा रही है। अब तक निराली ने 3 लाख से भी अधिक रुपयों की मदद की है और साथ ही अन्य धर्मार्थ लोग भी खाद्यान्न, टिफिन बॉक्स जैसी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 25 दिनों में प्रभावित परिवारों को लगभग 15,000 टिफिन पहुंचाए गए हैं, उनकी तरफ से अभी भी टिफिन सेवा चालू है। इसके लिए उन्होंने वड़ोदरा के पांच क्षेत्रों में किचन चालू किए है: सनफार्मा रोड, सप्तराम कॉलोनी, भायाली, मनीषा चौकड़ी और दीवालीपुरा। जहां से कोरोना रोगियों को ना मात्र गुजराती थाली बल्कि जैन और स्वामीनारायण संप्रदायों के लिए उपयुक्त भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।