ऑक्सिजन की किल्लत दूर करने रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी में उत्पादन बढ़ाकर 1 हजार टन प्रतिदिन होगा

ऑक्सिजन की किल्लत दूर करने रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी में उत्पादन बढ़ाकर 1 हजार टन प्रतिदिन होगा

100 टन से शुरू हुआ उत्पादन बढ़ा कर किया जा रहा है 1000 टन तक, कंपनी के कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत किया जा रहा है ऑक्सीज़न का उत्पादन

राज्य सहित देशभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण ऑक्सीजन की कमी की शिकायत सामने आई है। राज्य में कोरोना के कारण कई मरीजों की मौत भी हुई हुई होने की बात सामने आई थी। ऐसे में गुजरात को ऑक्सीज़न की कमी पूर्ण करने के लिए जामनगर में रिलायंस रिफाइनरी द्वारा प्रतिदिन गुजरात को 400 टन ऑक्सीजन मुहैया करवाया जा रहा है। इसके अलावा कोरोना महामारी के सामने लड़ रहे राज्य के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाकर अब 700 टन प्रतिदिन कर दिया गया है।

कंपनी से जुड़े अधिकारियों ने बतया कि गुजरात में आई रिफाइनरी में शुरुआत में हर दिन 100 टन मेडिकल ग्रेड के ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा था। हालांकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 700 टन प्रति दिन तक ले गया जाया गया है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में कंपनी मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन प्रतिदिन 1000 टन तक ले जाने का आयोजन कर रही है। क्रूड ऑइल मेन से डीजल, पेट्रोल,  जेटफ्यूल का निर्माण करने वाली जामनगर की रिफाइनरी इसके पहले मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं करती थी। हालांकि कोरोना वायरस के केस में असाधारण इजाफा होने के कारण कंपनी ने खास उपकरणों को इंस्टॉल कर मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन और सप्लाई शुरू किया है।

कंपनी द्वारा इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से बने ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में रूपांतर किया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया मेन राज्यों सरकार को कोई खर्च करने की जरूरत नहीं है। कंपनी द्वारा अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के भाग स्वरूप गुजरात में इस तरह से ऑक्सीजन की सप्लाई कि जा रही है। फिलहाल चल रही कोरोना महामारी के बीच जहां एक तरफ सभी जगह ऑक्सीज़न की कमी हो रही है। ऐसे में रिलायंस रिफायनरी द्वारा किया जा रहा इस तरह का योगदान महामारी के सामने हो रही लड़ाई में काफी सहायक साबित हो सकती है।