पावागढ़ : एक भक्त ने दी इतिहास की सबसे बड़ी भेट, किया 60 लाख की सोने की छतरी और 1.11 करोड़ रूपये का दान

पावागढ़ : एक भक्त ने दी इतिहास की सबसे बड़ी भेट, किया  60 लाख की सोने की छतरी और 1.11 करोड़ रूपये का दान

देवदीवाली के पावन मौके पर हिम्मतनगर के श्रेष्ठ बाबूलाल सोनाजी राजपुरोहित और उनके पुत्रों ने किया महादान

पावागढ़ मंदिर के इतिहास में पहली बार किसी भक्त द्वारा मंदिर को सबसे बड़ा भेट दिया गया. पावागढ़ का महाकाली मंदिर भक्तों की आस्था का पवित्र धाम है। मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर के विकास और जीर्णोद्धार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में हिम्मतनगर के एक भक्त ने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए न्यासी मंडल को 60 लाख की सोने की छतरी और 1.11 करोड़ का दान दिया।
जानकारी के अनुसार देवदीवाली के पावन मौके पर हिम्मतनगर के श्रेष्ठ बाबूलाल सोनाजी राजपुरोहित और उनके पुत्रों अमरतभाई, चिंतनभाई भावेशभाई और पूरे परिवार ने बड़ी आस्था के साथ माताजी को 60 लाख डेढ़ किलो सोने की छतरी अर्पित की। इसके साथ ही मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए उन्होंने न्यासी मंडल को 1.11 करोड़ रुपये का चेक सौंपा। इस बारे में उनके बेटे अमृतभाई ने बताया कि उनके पिता कई सालों से ऐसा चाहते थे और इस बड़े मौके पर ये संभव हुआ।
(Photo Credit : divyabhaskar.co.in)
बता दें कि राजस्थान के मूल निवासी और पशुधन कच्चे माल के आपूर्तिकर्ता और हिम्मतनगर में बसे बाबूलाल राजपुरोहित ने कहा “हम 1995 से महाकाली मंदिर के दर्शन कर रहे हैं। हमारे गुरुजी ब्रह्मानंदजी महाराज की प्रेरणा और महाकाली माताजी की असीम कृपा से डेढ़ किलो सोने की छतरी भेट में दी है। मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए माताजी के चरणों में 1.11 करोड़ रुपये का चेक रखा गया है और ट्रस्टियों से उपहार स्वीकार करने का अनुरोध किया।”