सूरत एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट के बाद यात्रियों को रिपोर्ट न मिलने की शिकायत

सूरत एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट के बाद यात्रियों को रिपोर्ट न मिलने की शिकायत

800 रुपए वसूले जाने के बाद भी नहीं दी जा रही एसएमएस से जानकारी, लोगों में उठी शंका

(राजा शेख) देश भर मेन बढ़ रहे कोरोना वायरस के कारण तंत्र द्वारा कई तरह के कड़े कदम उठाए जा रहे है। ऐसे में सूरत एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइटों में से उतरने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है। इस काम के लिए सूरत महानगर पालिका ने निजी एजेंसी को यात्रियों की कोरोना वायरस टेस्ट करने का ठेका दिया है। जिसके लिए निजी एजेंसी 800 रूपए वसूल कर ले रही हैं लेकिन, यात्रियों को उनके कोरोनावायरस के रिपोर्ट नहीं दिए जाने की शिकायत आ रही है।
हालांकि कई यात्री तो यह रिपोर्ट मांगते भी नहीं पर कुछ जागृत यात्री फोन करके लेबोरेटरी में अपना रिपोर्ट पूछ रहे हैं। 800 रूपए लेने के बाद भी यात्रियों को उनका रिपोर्ट क्यों नहीं दिया जा रहा है यह लोगों में एक शंका का विषय बना हुआ है। हाल में ही शारजाह से सूरत आई फ्लाइट में एक पूरे ग्रुप की कोरोना की जांच की गई थी। इस ग्रुप का RT-PCR टेस्ट किया गया था। नाकोड़ा डायग्नोस्टिक नाम की लेबोरेटरी ने टेस्ट करने के बाद फॉर्म उनके फोन नंबर भी लिखवाए थे। सैंपल लेने वालों ने कहा कि आपका रिपोर्ट व्हाट्सएप कर दिया जाएगा लेकिन इसके बाद रिपोर्ट नहीं आया। तब इन लोगों ने खुद ही नाकोड़ा डायग्नोसिस लेबोरेटरी में फोन करके अपने रिपोर्ट की जानकारी ली। हालांकि सदभाग्य से सभी के सभी नेगेटिव थे।
इस बारे में लेबोरेटरी के संचालकों से पूछने पर उन्होंने कहा कि हम एयरपोर्ट अथॉरिटी को रिपोर्ट भेज देते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी मैनेजर श्रीकांत को पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम यह रिपोर्ट मनपा को दे देते हैं और यदि किसी का रिपोर्ट पॉजिटिव रहा तो उसे क्वारंटाइन कर दिया जाता है। हालांकि इस सिलसिले में मनपा के स्वास्थ्य अधिकारियों से बातचीत नहीं हो सकी। उल्लेखनीय है कि आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव हो तभी यात्रा करने की छूट दी जाती है। गुजरात में प्रवेश करने के लिए 72 घंटे पहले का आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव होना चाहिए। RT-PCR टेस्ट करवाने के दूसरे दिन मोबाइल पर उसका परिणाम भी आ जाता है। अगर टेस्ट पॉजिटिव हो तो यात्री के घर पर ही उसका उपचार शुरू कर दिया जाता है। सूरत महानगर पालिका कोरोना के नियमों का पालन तो सख्ती से करवा रही है लेकिन एयरपोर्ट पर टेस्ट के लिए 800 रूपए लेने के बाद भी रिपोर्ट नहीं देने की बात लोगों के गले नहीं उतर रही है। कई लोगों का तो कहना है की मात्र निजी लैबों की जेब भरने के लिए यह सारा खेल किया जा रहा है।