सूरत में दो ब्रेन डेड व्यक्तियों के अंगों का दान से 7 लोगों को मिला नया जीवन

सूरत में दो ब्रेन डेड व्यक्तियों के अंगों का दान से 7 लोगों को मिला नया जीवन

सूरत से डोनेट लाईफ संस्था के माध्यम ब्रेनडेड दो लोगों के अंगो का दान करने पर जरूरत मंद ७ लोगों को नया जीवन मिला

डोनेट लाइफ द्वारा हृदयदान की छत्तीसवीं घटना, 2 किडनी, 2 लीवर, 1 दिल और 2 आंखें दान की गईं
टेक्सटाइल और डायमंड सिटी के नाम से जाना जाने वाला सूरत शहर अब अंग दाता शहर के रूप में देश में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। वागड़ विशा ओसवाल समाज के परिवार के साथ-साथ ब्रेन डेड वीरेंद्रभाई (उर्फ-राशिकभाई) खिमजीभाई डेढिया और लेउवा पटेल समाज के जमनाभाई पोपटभाई गोंडालिया के परिवार के सदस्यों ने डोनेट लाईफ संस्था के माध्यम से दिल, किडनी, लीवर और आंखें दान करके सात लोगों को नया जीवन देकर मानवता महेकायी।  सूरत से चेन्नई तक 1,610 किमी की दूरी  180 मिनट में तय करके असम के एक 39 वर्षीय किसान का चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण हुआ है। 
वलसाड निवासी 57 वर्षीय वीरेंद्रभाई (उर्फ-रशिकभाई) खिमजीभाई डेढिया डीलक्स
जेरोक्स सेंटर के नाम से वलसाड में स्टेशनरी और जेरोक्स की दुकान चला रहे थे। 14 सितंबर की सुबह वीरेंद्रभाई को अचानक रक्तचाप में अचानक वृद्धि के कारण लकवा का पता चला था। उनके परिवार के सदस्यों द्वारा वलसाड के कस्तूरबा अस्पताल ले जाया गया था। जांचके लिए सीटी स्कैन कराने के बाद  परिवार के सदस्यों को ब्रेन हैमरेज का पता चला था, उन्हें आगे के इलाज के लिए सूरत के किरण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीटी स्कैन से ब्रेन हेमरेज और ब्रेन में ब्लड क्लॉट का पता चला। न्यूरोसर्जन डॉ. भौमिक ठाकोर मस्तिष्क में रक्त के थक्कों को हटाने के लिए क्रैनियोटॉमी की थी। 
जमानभाई पोपटभाई गोंडालिया को श्रध्दांजली देते परिवार के सदस्य
 
कतारगाम के 40 वर्षीय जमानभाई पोपटभाई गोंडालिया जौहरी का काम करते थे। वे पिछले 15 सितंबर को जमीन पर बैठे थे। फिर उच्च रक्तचाप के कारण वह बेहोश हो गया। परिजनों ने उन्हे तुरंत किरण अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज शुरू किया। सीटी स्कैन से ब्रेन हेमरेज का पता चला। किरण अस्पताल के डॉक्टरों ने वीरेंद्रभाई और जमनाभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। किरण अस्पताल के डॉ. मेहुल पांचाल और डोनेट लाइफ की टीम ने दोनों परिवारों को अंगदान के महत्व और पूरी प्रक्रिया के बारे में बताने पर वह अंगदान के लिए तैयार हुए।  इसके बाद दोनों की 2 किडनी, 2 लीवर, 1 दिल और 2 आंखें दान की गईं, जिससे 7 लोगों को नया जीवन मिला। सूरत के किरण अस्पताल से चेन्नई तक 180 मिनट में 1,610 किमी की दूरी तय  कर असम के 39 वर्षीय किसान का चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण हुआ है। 
गुजरात में पिछले 19 दिनों में यह दूसरी बार है जब डोनेट लाइफ ने एक ही दिन सूरत से दो ब्रेन डेड लोगों अंगो का दान किया है। जिससे कुल 19 लोगों को नया जीवन मिला है। गुजरात से हृदयदान की यह 47वीं घटना है। डोनेट लाइफ द्वारा सूरत से हृदयदान की यह 36वीं घटना है। जिसमें से 22 दिल मुंबई में, 7 दिल अहमदाबाद में, 5 दिल चेन्नई में, 1 दिल इंदौर में और 1 दिल नई दिल्ली में ट्रांसप्लांट किया गया है। चेन्नई और अहमदाबाद को दिल, किडनी और लीवर की समय पर डिलीवरी के लिए दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। जिसमें सूरत शहर पुलिस के साथ-साथ राज्य के विभिन्न शहर और ग्रामीण पुलिस का सहयोग प्राप्त हुआ।
 कोविड-19 महामारी के बाद देश भर में अंगदान करने वालों की संख्या बहुत कम है, वहीं डोनेट लाइफ के दौरान 42 किडनी, 24 लीवर, 10 दिल, 14 फेफड़े, 1 अग्न्याशय और 40 आंखों सहित कुल 131 अंग और ऊतक दान किए गए। इस बार 121 ऑर्गन फेल्योर के मरीजों को नया जीवन देने में सफल हुई है। सूरत और दक्षिण गुजरात से डोनेट लाईफ द्वारा 402 गुर्दे, 169 जिगर, 8 अग्न्याशय, 36 दिल, 18 फेफड़े और 304 आंखें, कुल 937 अंग और ऊतक दान किए हैं और 859 व्यक्तियों को नया जीवन और नई दृष्टि देने में सफल रहे हैं।
Tags: