राजकोट एम्स : 201 एकड़ में फैला है 720 बेडों वाला विश्व स्तरीय अस्पताल
राजकोट शहर के सीमावर्ती खंडेरी गांव में 201 एकड़ विशाल क्षेत्र में इस एम्स का निर्माण किया गया है
राजकोट, 25 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को राजकोट में एम्स का लोकार्पण किया। यह गुजरात का पहला एम्स है। इसके निर्माण पर 1195 करोड़ रुपये की लागत आई है।
राजकोट शहर के सीमावर्ती खंडेरी गांव में 201 एकड़ विशाल क्षेत्र में इस एम्स का निर्माण किया गया है। यहां मरीजों को कम खर्च पर मल्टी स्पेशलिटी उपचार मिलेगा। कुल 720 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी सुविधा, आईसीयू आदि सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहां कुल 23 अद्यतन ऑपरेशन थियेटर की सुविधा है। यहां दिसंबर-2021 से 14 मल्टी स्पेशलिटी विभागों से युक्त आउटडोर पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) कार्यरत है, जो प्रतिदिन सुबह 9 से शाम 4 बजे तक चलता है। इसमें हर दिन औसत 400 से 500 मरीजों का उपचार किया जाता है। मरीजों को जरूरी दवाइयां भी यहीं से दी जाती हैं। ओपीडी के मरीजों के लिए आभा कार्ड भी बनाए जा रहे हैं। फरवरी-2024 के आरंभ तक 144614 मरीज ओपीडी सेवा का लाभ ले चुके हैं। अस्पताल में 24 फरवरी, 2022 से टेलीमेडिसिन सेवा (ई-संजीवनी) पूरी तरह कार्यरत है, जहां हर दिन औसत 132 व्यक्तियों को टेलीफोन से दवाई-उपचार संबंधी मार्गदर्शन दिया जाता है। अब तक 70337 लोगों ने टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ लिया है।
रविवार को लोकार्पण के बाद राजकोट एम्स में 250 बेड की क्षमता के साथ इनडोर पेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी) भी शुरू हो गया है, जहां अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत वाले मरीजों का उपचार किया जाएगा। इसके साथ ही बेड का आयुष ब्लॉक भी मरीजों के उपचार के लिए शुरू किया गया है। आईपीडी में इमर्जेंसी तथा ट्रॉमा की स्थिति में अविलंब उत्तम उपचार उपलब्ध कराने के लिए 35 बेड की सुविधा उपलब्ध है, जहां मॉड्लूयर ऑपरेशन थियेटर के साथ ऑर्थोपैडिक, जनरल सर्जरी, ऑबस्ट्रक्ट व गायनेकोलॉजी, ईएनडी, ऑप्थेल्मोलॉजी और डेंटल सर्जरी की सेवाएं उपलब्ध हैं।