राजकोट : "बिजली बचाओ, भविष्य संवारो": राजकोट में सड़क एवं भवन विभाग की अनूठी पहल

3000 से अधिक पोस्टरों के माध्यम से सरकारी संस्थानों में दी जा रही ऊर्जा संरक्षण की प्रेरणा

राजकोट :

जब जरूरत न हो तो पंखे, लाइट, एसी, कंप्यूटर समेत बिजली के उपकरण बंद कर बिजली बचाएं

ग्लोबल वार्मिंग और लगातार बढ़ती तापमान की चुनौतियों के बीच ऊर्जा की खपत भी तेजी से बढ़ रही है। इसी के मद्देनज़र गुजरात सरकार के सड़क एवं भवन विभाग की बिजली शाखा ने एक प्रेरणादायक पहल की है, जिसका उद्देश्य जनमानस को बिजली बचत के प्रति जागरूक करना है।

"बिजली बचाना ही बिजली पैदा करना है"  इस सारगर्भित नारे के साथ विभाग ने राजकोट जिले में एक विशेष अभियान चलाया है, जिसके तहत 200 से अधिक सरकारी, अर्धसरकारी कार्यालयों, छात्रावासों, अस्पतालों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर करीब 3000 पोस्टर लगाए गए हैं।

इस अभियान में विभाग के 20 कर्मयोगियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। यह कार्य सड़क एवं भवन विभाग की विद्युत उपशाखा के उप कार्यकारी अभियंता मिहिर चावडानी एवं यशराजसिंह गोहिल के मार्गदर्शन में किया गया। इस दौरान केतनभाई कंझारिया, कपिलभाई भट्टी, समीर बेलिम सहित 17 अन्य कर्मचारियों ने भी अपनी सहभागिता निभाई।

पोस्टरों का उद्देश्य सिर्फ सौंदर्य नहीं, बल्कि ऊर्जा बचत को व्यवहार में लाना है। ये रंग-बिरंगे पोस्टर स्विच बोर्ड, दरवाजों और कंप्यूटर, लाइट, एसी के पास ऐसे स्थानों पर लगाए गए हैं, जहां अधिकारी और कर्मचारी की सीधी नजर पड़े। संदेशों में शामिल हैं। उपयोग में न होने पर पंखा, लाइट और कंप्यूटर बंद करें। बैठक कक्ष खाली हो तो एसी बंद करें। अनावश्यक रूप से वाटर कूलर चालू न रखें। लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का प्रयोग करें, जिससे न सिर्फ बिजली बचेगी, बल्कि सेहत भी बनी रहेगी।

यह पहल न सिर्फ बिजली बचाने का संदेश देती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सार्थक कदम भी सिद्ध हो रही है। उम्मीद की जा रही है कि यह जागरूकता अन्य जिलों और विभागों के लिए भी प्रेरणा बनेगी।

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