सूरत : प्रसिद्ध कवि, ग़ज़ल लेखक अमर पालनपुरी को 'वली' गुजराती ग़ज़ल पुरस्कार से सम्मानित किया गया
लोगों को साहित्य से जोड़ने के लिए शहर की सड़कों पर लाइब्रेरी बनाने की योजना: गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में सूरत में गुजरात साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कार समारोह आयोजित किया
गुजरात के पहले उर्दू शायर 'वली' गुजराती की याद में गुजरात साहित्य अकादमी हर साल मुर्धन्य ग़ज़लों को वली पुरस्कार से सम्मानित करती है। इस वर्ष प्रसिद्ध कवि, ग़ज़ल लेखक अमर पालनपुरी को प्रसिद्ध 'वली' गुजराती ग़ज़ल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी द्वारा प्रदान किया गया।
अठवालाईन्स के आदर्श हॉल में आयोजित 'वली' गुजराती ग़ज़ल पुरस्कार प्रस्तुति समारोह में राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कवि अमर पालनपुरी को कविता, ग़ज़ल और साहित्य में उनके अमूल्य योगदान की सराहना करते हुए सम्मानित किया। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से साहित्यिक प्रतिभा को बढ़ावा देने और गुजराती साहित्य की विरासत को संरक्षित करने के लिए गुजरात साहित्य अकादमी के प्रयासों की सराहना की। मंत्री ने किसी देश या राज्य के विकास में भाषा और संस्कृति की अहम भूमिका बताते हुए लोगों से साहित्य से जुड़े रहने की अपील की।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने यह भी कहा कि लोगों को किताबों और पढ़ने से जोड़ने के लिए आने वाले दिनों में शहर की सड़कों और सड़कों पर लाइब्रेरी बनाने की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने नौ युवाओं से साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाने और अपनी भाषा व संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने की अपील की।
गौरतलब है कि वली पारितोषिक के लिए चुने गए गजल गायकों को वली गुजराती अवॉर्ड की ओर से एक लाख की सम्मान राशि से सम्मानित किया जाता है। इस अवसर पर अकादमी के अध्यक्ष भाग्येश झा, गुजरात साहित्य अकादमी के डॉ. महामात्रा. डॉ. जयेंद्र सिंह जादव, वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. किशोर सिंह चावड़ा, कवि, लेखक एवं मनोचिकित्सक डॉ. मुकुल चौकसी सहित अन्य कवि एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।